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भारतीय किसान यूनियन से टूट कर आसित्व में आया किसान एकता संघ दो फाड



 

शुक्रवार को बारी बारी से दो गुटों ने अलग अलग तरीके से प्रेस विज्ञप्ति जारी की और एक दूसरे पर आरोप लगाए




विवो कंपनी पर किए गए आंदोलन को लेकर किसान एकता संघ के दोनों गुट आमने सामने 


 

मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/गौतमबुद्धनगर

भारतीय किसान यूनियन से टूट कर आसित्व में आया किसान एकता संघ दो फाड हो गया है। शुक्रवार को बारी बारी से दो गुटों ने अलग अलग तरीके से प्रेस विज्ञप्ति जारी की और एक दूसरे पर आरोप लगाए। इनमें एक गुट ने बकायदा प्रेस कॉन्फें्रस आयोजित करते हुए गंभीर आरोप लगाए। सबसे पहले दनकौर कैंप कार्यालय पर किसान एकता संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोरन प्रधान की अध्यक्षता में किसान एकता संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक संपन्न हुई। जिसमें संगठन के पूर्व जिलाध्यक्ष कृष्ण नागर निवासी जगनपुर, राष्ट्रीय सचिव लोकेश भाटी निवासी सलैमपुर, गुर्जर, उत्तर प्रदेश मीडिया प्रभारी आलोक नागर निवासी बादलपुर तथा राष्ट्रीय महासचिव बृजेश भाटी निवासी ऐच्छर को संगठन से निष्कासित किए जाने का फैसला किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष सोरन प्रधान ने बताया कि इनके द्वारा किसान एकता संघ के संविधान के अनुरूप कार्य न करना तथा संगठन को कमजोर करने की व पूर्व में एक निजी कंपनी पर निजी स्वार्थ के लिए धरना.प्रदर्शन करके संगठन की छवि धूमिल करने की गतिविधियां में लिप्त पाया गया एवं किसान एकता संघ के बैनर तले अन्य राजनीतिक पार्टियों की सदस्यता लेकर संगठन के नाम पर दुरूपयोग करना तथा राष्ट्रीय कार्यसमिति के निर्णयों में अनुशासनहीनता करना पाया गया, उपरोक्त सभी सदस्यों को अपना पक्ष रखने के लिए पूर्व में एक माह का समय दिया गया था लेकिन इसमें सभी असफल हुए जिससे किसान एकता संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की अनुशासन समिति ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास कर यह निर्णय लिया कि उपरोक्त सभी लोगों के व्यवहार में सुधार नही किया गया संगठन की राष्ट्रीय कार्यकारिणी को कोई जवाब नही दिया अतः उपरोक्त  सभी सदस्यों को संगठन से 6 वर्षों के लिए संगठन की कार्यकारणी की सदस्यता से निष्काषित किया जाता है तथा भविष्य में इनका संगठन से कोई संबंध नहीं है तथा संगठन के नाम अथवा लेटर हेड पर कोई भी गतिविधियां करते पाये जाते हैं तो संगठन द्वारा इन लोगों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी। बैठक में इस मौके पर चौ बाली सिंह,सोरन प्रधान, देशराज नागर,रमेश कसाना,अखिलेश प्रधान,गीता भाटी,पप्पू प्रधान,अमित अवाना,सतीश कनारसी, ब्रिजेश नवादा,मोहनपाल,धर्मपाल प्रधान,जगदीश शर्मा,कमल यादव,अरबिद सैकेटरी,आंशु अट्टा,अमित नागर,सुभाष भाटी, डॉ जाफर खान, मनीष नागर,पप्पी नागर,रवि नागर,बले नागर, इकबाल अट्टा, जितन नागर,जयप्रकाश नागर,सेलक भाटी,ओमबीर समसपुर,सुमित चपरगढ,उमेद एडवोकेट,मास्टर इन्द्रपाल,मनवीर नागर,सुरेश चेयरमैन,अजब सिंह आदि पदाधिकारी और कार्यकर्तागण उपस्थित रहे। वहीं दूसरी ओर किसान एकता संघ से निष्कसित किए गए पदाधिकारियो ंने ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब में एक पत्रकार वार्ता आयोजित कर किसान एकता संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोरन प्रधान की धोखाधड़ी से आहत होकर किसान एकता संघ छोडे जाने की कही। पत्रकार वार्ता में किसान एकता संघ के राष्ट्रीय महासचिव बृजेश भाटी ने कहा कि संगठन की स्थापना के समय मुझे राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया था, लेकिन संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोरन प्रधान ने फर्जी तरीके से अपने निजी रिश्तेदार को कागजों में राष्ट्रीय महासचिव बनाया, अपने ही परिवार के रमेशचंद्र को राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष बनाया। उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि किसान एकता संघ संगठन द्वारा विवो कंपनी पर किए गए आंदोलन को रुकवाने के लिए कंपनी मैनेजमेंट से सांठगांठ कर रुपए और बसों की पार्किंग का ठेका लेने के लिए आंदोलन को रोकना चाहा, लेकिन वरिष्ठ पदाधिकारी और जिला कार्यकारिणी की सूझबूझ से आंदोलन को नहीं रोक पाए और आंदोलन को दलाली से बचा लिया। उत्तर प्रदेश मीडिया प्रभारी आलोक नागर ने कहा कि अपने निजी हितों के लिए संगठन का इस्तेमाल किया जा रहा था, प्राधिकरण में फर्जी तरीके से अपनी बैकलीज के लिए प्राधिकरण पर दबाव बनाया जा रहा था अपनी बैकलीज के लिए भोले.भाले किसानों को मोहरा बनाया जा रहा है। े जिलाध्यक्ष कृष्ण नागर ने कहा कि जब जिला कार्यकारिणी ने दलाली को रोकना चाहा तो फर्जी तरीके से पदाधिकारियों के फर्जी साइन कर जिला कार्यकारिणी को भंग कर दिया। इन सभी गतिविधियों से पदाधिकारियों की भावनाएं आहत हुई और किसान एकता संघ के दर्जनों पदाधिकारियों ने संगठन से इस्तीफा दे दिया है, जिसमें मुख्य रुप से बृजेश भाटी, राजेंद्र नागर, प्रताप नागर, आलोक नागर, जयवीर नागर, लोकेश भाटी, डा0 विकास जतन प्रधान, दिनेश्वर दयाल, ऋषि पाल कसाना, कृष्ण नागर, हरेंद्र नागर, अहलकार पृधान, राकेश नागर, रफीक कुरैशी, प्रमोद नागर, प्रिया राघव, सुनील भाटी, सीपी सोलंकी, संजय नागर, सौरभ वर्मा, जाहिद कुरैशी, सिराज अलवी आदि पदाधिकारी मौजूद रहे।