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विश्व हृदय दिवस के उपलक्ष्य में "वन नेशन, वन डे, वन मिलियन ब्लड शुगर टेस्टिंग", अभियान, एशिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होगा मेगा इवेंट

 


आरएसएसडीआई- आर्ट ऑफ लिविंग एवं रोटरी इंडिया, के साथ मिलकर विश्व हृदय दिवस यानी आगामी 29 सितंबर, 2021 को एक दिन में 10 लाख लोगों का ब्लड शुगर टेस्ट करेगा

विजन लाइव/ग्रेटर नोएडा

विश्व हृदय दिवस के उपलक्ष्य में "वन नेशन, वन डे, वन मिलियन ब्लड शुगर टेस्टिंग", अभियान,  एशिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होगा यह मेगा इवेंट। रिसर्च सोसाइटी फॉर द स्टडी ऑफ डायबिटीज इन इंडिया (RSSDI) विश्व हृदय दिवस (29 सितंबर, 2021) के उपलक्ष्य  पर मधुमेह के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से पूरे देश में 10 लाख लोगों लोगों के ब्लड शुगर का परीक्षण करेगी । इस तरह का यह पहला प्रयास है जो इतिहास रचने जा रहा है।  इस इवेंट को एशिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज किया जाएगा। प्रेस वार्ता के दौरान डॉ. अमित गुप्ता , निदेशक, सेंटर फ़ोर डाइअबीटीज़ केयर जो कि इस अभियान के  राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं , ने बताया आरएसएसडीआई- आर्ट ऑफ लिविंग एवं रोटरी इंडिया, के साथ मिलकर विश्व हृदय दिवस यानी आगामी 29 सितंबर, 2021 को एक दिन में 10 लाख लोगों का ब्लड शुगर टेस्ट करेगा। आम जनता में हृदय रोग के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 29 सितंबर, 2021 को विश्व हृदय दिवस मनाया जाता है। मधुमेह और हृदय रोग का घनिष्ठ संबंध अच्छी तरह से सिद्ध है । मधुमेह - हृदय रोग और हार्ट अटैक से मृत्यु के जोखिम को कई गुना बढ़ा देता है। यह मेगा-इवेंट, जिसे आधिकारिक तौर पर "वन नेशन, वन डे, वन मिलियन ब्लड शुगर टेस्टिंग" का नाम दिया गया है, अपनी तरह का पहला आयोजन होगा।  कार्यक्रम के पूर्व संध्या  28 सितंबर, 2021 मंगलवार को आर्ट ऑफ़ लिविंग के संस्थापक गुरुदेव श्री श्री रविशंकर इसका वर्चुअल उद्घाटन गणमान्य व्यक्तियों के उपस्थिति में करेंगे।  इस समारोह में रोटरी इंटर्नैशनल के अध्यक्ष शेखर मेहता ओर इंटर्नैशनल डाइअबीटीज़ फ़ेडरेशन के अध्यक्ष डॉ ऐंड्रू बूलटोन भी मौजूद रहेंगे। डॉ. अमित गुप्ता ने बताया  कि इस अभियान के लिए पूरे देश  में दस हज़ार से भी ज़्यादा साइट्स बनाई गयी है।  बात की जाए गौतमबुद्ध नगर की तो यहाँ  पचास से ज्यादा स्थानों पर  (जिसमें प्रमुख रूप से परी चौक, वेनिस मॉल, अंसल प्लाजा,साईट - 5, औद्योगिक  क्षेत्र, जगत फार्म, सूरजपुर, कुलेसरा, अल्फा 2 मार्केट, अल्फा 1 कमर्शियल बेल्ट, विभिन्न सोसाइटी, सरकारी प्रतिष्ठान,   नोएडा में बॉटनिकल गार्डन, सेक्टर 37 नोएडा, जीआईपी मॉल आदि होंगे)  दस हज़ार से ज़्यादा लोगों  के  मधुमेह  परीक्षण (ब्लड शुगर टेस्ट) का लक्ष्य रखा गया है।  गौतमबुद्ध नगर में इस अभियान का शुभारम्भ अल्फा  कमर्शियल बेल्ट स्थित  सेंटर फ़ोर डाइअबीटीज़ केयर पर मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह  के द्वारा किया जाएगा। इसके अलावा घर बैठकर भी इस अभियान का हिस्सा बना जा  सकता है।  इसके लिए आपको 29 सितम्बर को ग्लूकोमीटर से टेस्ट करते हुए फ़ोटो खींचकर वेबसाइट https://defeatdiabetes.online/  पर जा कर अपलोड करना होगा। डॉ.  अमित गुप्ता ने बताया  कोविड-19 महामारी ने हमें सिखाया है कि अनियंत्रित मधुमेह एक गंभीर बीमारी हो सकती है, जिससे COVID-19 के रोगियों में गम्भीर समस्याएँ पैदा हुई। बात की जाए भारत की तो वर्तमान में यहां मधुमेह से  लगभग 77 मिलियन लोग पीड़ित हैं। लगभग इतने ही लोगों को प्री-डाइअबीटीज़ यानी के मधुमेह होने का ख़तरा है। रिसर्च सोसाइटी फॉर द स्टडी ऑफ डायबिटीज इन इंडिया - मधुमेह पर काम करने वाली एशिया की सबसे बड़ी संस्था है। इसके सौ  दिवसीय "डिफ़ीट डायबिटीज अभियान  को 1 जुलाई को भारत के मुख्य न्यायाधीश द्वारा आरम्भ किया गया था।  ब्लड शुगर को 5वें वाइटल साइन के रूप में मान्यता देना अत्यंत ही आवश्यक है। प्रेस वार्ता  के दौरान डॉ. अमित गुप्ता  निदेशक, सेंटर फ़ोर डाइअबीटीज़ केयर व राष्ट्रीय कार्यकारिणी  सदस्य आरएसएसडीआई, विमल अग्रवाल, अजय कुमार, रोहित प्रियदर्शन मौजूद रहे।