BRAKING NEWS

6/recent/ticker-posts


 

पढिएःगौतमबुद्धनगर भाजपा का गढ साबित, विपक्ष का मानो हुआ सूपडा ही साफ

 


 


भाजपा जिलाध्यक्ष विजय भाटी ने 2017 विधानसभा चुनाव, 2019 लोकसभा चुनाव, 2020 एमएलसी चुनाव और अब 2021 जिला पंचायत, ब्लाक प्रमुख चुनावों में पार्टी का परचम लहराया

 





मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/गौतमबुद्धनगर

------------------------------------------------------भारतीय जनता पार्टी, जिला गौतमबुद्धनगर में लगातार जिलाध्यक्ष विजय भाटी के नेतृत्व में चुनाव जीती जा रही है। हाल ही में संपन्न हुए जिला पंचायत चुनावों में स्पष्ट बहुमत लेकर भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनी है। पांच जिला पंचायत वार्ड में हुए चुनाव में स्पष्ट बहुमत लेकर तीन वार्ड जीत कर अमित चौधरी को निर्विरोध रूप से जिला पंचायत अध्यक्ष बनाकर जिले में विजय भाटी का कद बढ़ता चला गया है। लगातार दूसरी बार अध्यक्ष बने विजय भाटी ने 2017 विधानसभा चुनाव, 2019 लोकसभा चुनाव, 2020 एमएलसी चुनाव और अब 2021 जिला पंचायत चुनावों में पार्टी का परचम लहराया, जिससे जिले में स्थापित बड़ी पार्टियां सपा, बसपा और कांग्रेस आज शून्यता की कगार पर आ गई हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष के निर्विरोध चुने जाने के बाद जिले में मौजूद तीन ब्लाक प्रमुखों में 2 ब्लॉक प्रमुख भारतीय जनता पार्टी के निर्विरोध चुने जाना अपने आप में एक ऐतिहासिक घटना है। जहां एक और जिले में सांसद के रूप में डा0 महेश शर्मा जो भारत सरकार में पूर्व मंत्री भी रह चुके हैं जैसे कद्दावर नेता, तीनों विधायक पंकज सिंह, मास्टर तेजपाल नागर और धीरेंद्र सिंह पार्टी को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। वहीं एक ओर सांसद सुरेंद्र नागर के भाजपा में आने के बाद जो वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी, प्रदेश के उपाध्यक्ष भी है पार्टी लगातार मजबूत होती चली जा रही है। ऐसे में संगठन के अध्यक्ष होने के नाते विजय भाटी ने पार्टी को लगातार मजबूत करते हुए प्रत्येक चुनाव में ऐतिहासिक जीत हासिल की, अब तो लगता है मानो जिले में विपक्ष का कोई वजूद ही नहीं रहा हो। 2022 के चुनावों से पहले ऐसी स्थिति विपक्ष के लिए बिल्कुल भी आसान नहीं थी मगर हुआ ऐसा ही। ऐसे समय में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं का मनोबल लगातार ऊंचा है, स्थिति इस हद तक है कि विपक्ष का मानो सूपडा साफ ही हो गया है। तीसरे ब्लॉक बिसरख में भी लड़ रहे दोनों प्रत्याशी भाजपा के ही करीबी है। जिनके जीतने के बाद तीसरी सीट भी भाजपा के पक्ष में जाएगी, ऐसा पहले से ही तय है।