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एडवोकेट क्लर्क यानी मुंशी के लिए अलग से ड्रेस कोड तय किया जाएगाः सुनील नागर एडवोकेट

 


गौतमबुद्धनगर जनपदीय दीवानी एवं फौजदारी बार एसोसिएशन चुनाव- -2020 में एडवोकेट क्लर्क यानी मुंशी के लिए अलग से ड्रेस कोड तय किए जाने का मुद्दा छाया


 मौहम्मद इल्यास/गौतमबुद्धनगर

गौतमबुद्धनगर में दीवानी एवं फौजदारी बार एसोसिएशन चुनाव-2020 की की तारीखों का ऐलान हो चुका है। इस बार, बार एसोसिएशन चुनाव-2020 के लिए मतदान 22 दिसंबर-2020 को होगा। नामांकन प्रक्रिया 18 दिसंबर-2020 से शुरू होगी। बार एसोसिएशन के सभी पदों के साथ ही सचिव पद के लिए प्रत्याशियों ने जीत के गुणा भाग तेज कर दिए हैं। इस बार सचिव पद के लिए अभी तक सुनील नागर एडवोकेट, नीरज कुमार चौहान और ़ऋषि कुमार एडवोकेट के नाम खुल कर सामने आए हैं। इनमें सुनील नागर एडवोकेट पहली बार चुनाव मैदान हैं। युवा अधिवक्ता सुनील नागर दनकौर देहात के उंची दनकौर निवासी हैं और बार हित तथा अधिवक्ताओं के कल्याण को लेकर चुनावी ताल ठोक रहे हैं। ’’विजन लाइव’’ के साथ सचिव पद के लिए चुनाव लडने वाले सुनील नागर एडवोकेट ने खास बातचीत में कहा कि बार हित और सभी साथी अधिवक्ताओं के कल्याण के लिए वे चुनाव मैदान में कूदे हैं। यदि चुनाव में सभी साथी अधिवक्ताओं को प्यार और सहयोग प्राप्त होता है तो कचहरी परिसर में चली आ रही चैंबरों की समस्याओं का निस्तारण कराया जाएगा। ऐसे युवा साथी जिन्हें अभी तक चैंबर नही मिले हैं चैंबर दिलाने का काम किया जाएगा। सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि एडवोकेट क्लर्क यानी मुंशी के लिए अलग से ड्रेस कोड तय किया जाएगा। कचहरी परिसर में देखने में यह आ रहा है कि कुछ मुंशी वकीलों जैसी ड्रेस पहनते हैं जो कि गलत है। इससे वकील और मुंशी की पहचान नही हो पाती है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही कोर्ट के बाबूओं पर भी लगाम लगाई जाएगी। मोटर वाहन अधिनियम में चालान आदि और साथ ही एफ.आर आदि के निस्तारण में कोर्ट के बाबू घालमेल करते हैं। जब कि कानूनन ऐसे प्रत्येक मामले में संबंधित पक्ष के वकीलों की मौजूदगी जरूरी होनी चाहिए और सुनवाई की पूरी प्रक्रिया के बाद ही निस्तारण किया जाना चाहिए। यदि बगैर वकालतनामें या फिर फर्जी वकालतनामें से इस तरह के कार्य होने लगेंगे तो वकीलों की आजिविका पर जरूर फर्क पडता है। इसलिए इस परिपाटी को तुंरत रूकवाया जाएगा।