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ई0एस0आई0 अस्पताल की स्थापना होने तक ग्रेटर नोएडा में वैकल्पिक व्यवस्था की जाए, जहां श्रमिक एवं कर्मचारियों का कोविड-19 का टेस्ट और उपचार संभव हो सके




ग्रेटर नोएडा में ई0एस0आई0 अस्पताल न होने के कारण औद्योगिक इकाइयों में कार्यरत कर्मचारियों और श्रमिकों को उपचार के लिए भटकना पड़ रहा है, दर-दर



एसोसिएशन ऑफ ग्रेटर नोएडा इंडस्ट्री( अग्नि) ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर ग्रेटर नोएडा में ई0एस0आई0 अस्पताल की स्थापना की पुरानी मांग उठाई


विजन लाइव/ग्रेटर नोएडा 

 ग्रेटर नोएडा में कोई भी ई0एस0आई0 अस्पताल नहीं होने के कारण लंबे समय से यहां स्थित औद्योगिक इकाइयों में कार्यरत कर्मचारियों और श्रमिकों को उपचार के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है और जिससे श्रमिकों और कर्मचारियों सहित उनके परिजनों को स्वस्थ्य लाभ नहीं मिल पाने के कारण निजी अस्पतालों में महंगा उपचार करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। इससे श्रमिकों एवं कर्मचारियों को अन्य समस्याओं का भी सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में एसोसिएशन ऑफ ग्रेटर नोएडा इंडस्ट्री( अग्नि) ने औद्योगिक इकाइयों में कार्यरत श्रमिकों और कर्मचारियों की समस्याओं को देखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर ग्रेटर नोएडा में ई0एस0आई0 अस्पताल की स्थापना की अपनी पुरानी मांग उठाई है। अग्नि के महामंत्री ए0के0 पचौरी के अनुसार दूसरे प्रदेशों में कोरोना काल में औद्योगिक इकाइयों की कोविड -19 की समस्याओं को देखे हुए स्थानीय सरकारों ने सराहनीय कदम उठाते हुए वैकल्पिक व्यवस्थाए की हैं, जिसके उत्साहजनक परिणाम सामने आ रहे हैं। अग्नि के संगठन मंत्री अशोक कुमार ने बताया कि एसोसिएशन ऑफ ग्रेटर नोएडा इंडस्ट्री (अग्नि) पिछले एक दशक से भी अधिक समय से शासन और प्रशासन के सामने ग्रेटर नोएडा में स्थित औद्योगिक इकाइयों में कार्यरत श्रमिकों एवं कर्मचारियों के लिए नोएडा की तर्ज पर ई0एस0आई0अस्पताल जैसी सुविधा मुहैया करने की मांग उठाती रही है। अग्नि के अध्यक्ष सहदेव शर्मा के अनुसार जिला गौतमबुद्धनगर के ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में   बड़ी संख्या में औद्योगिक इकाइयां स्थित है, जिनमें हजारों श्रमिक एवं कर्मचारी कार्यरत हैं, लेकिन इनके लिए सरकार द्वारा किसी भी तरह की स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध नहीं कराई गई हैं। हालांकि नोएडा के सेक्टर- 24 स्थित ई0एस0आई0 अस्पताल में औद्योगिक इकाइयों में कार्यरत श्रमिकों एवं कर्मचारियों के उपचार की सुविधा उपलब्ध है, लेकिन भौगोलिक एवं स्थानीय परिस्थितियों के कारण ग्रेटर नोएडा में कार्यरत श्रमिक एवं कर्मचारियों के लिए नोएडा स्थित ई0एस0आई0 अस्पताल में उपचार करना बहुत मुश्किलों भरा है। सहदेव शर्मा ने कहा कि वर्तमान में कोविड -19 महामारी ने ग्रेटर नोएडा के कर्मचारियों एवं श्रमिकों की इस समस्या को अत्यधिक बढ़ा दिया है। महामारी  के कारण ग्रेटर नोएडा स्थित औद्योगिक इकाइयों में सीमित कर्मचारियों और श्रमिकों के साथ सभी सुरक्षा उपायों का ध्यान रखते हुए उत्पादन शुरू किया गया है। इसके बावजूद महामारी का संकट लगातार बना हुआ है। ऐसे में औद्योगिक इकाइयों को अपने श्रमिकों एवं कर्मचारियों का समय - समय पर कोविड टेस्ट करवाना पड़ रहा है, लेकिन ग्रेटर नोएडा में इसके लिए कोई पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। हालांकि  नोएडा स्थित ई0एस0आई0 अस्पताल में कोविड टेस्ट एवं फार्मेसी सुविधा शुरू की गई है, लेकिन ग्रेटर नोएडा से लगभग 40 किलोमीटर दूर जाकर नोएडा स्थित ई0एस0आई0 अस्पताल में कोविड-19 टेस्ट एवं उपचार करना व्यवहारिक स्तर पर संभव नहीं है। परिणामस्वरूप पिछले कुछ दिनों में औद्योगिक इकाइयों को अपने कुछ कोविड- 19 संदिग्ध कर्मचारियों एवं श्रमिकों का टेस्ट निजी अस्पतालों में करना पड़ रहा है। यह औद्योगिक इकाइयों तथा श्रमिकों और कर्मचारियों के लिए बेहद खर्चीला साबित हो रहा है। सहदेव शर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि शासन प्रशासन नोएडा की अपेक्षा ग्रेटर नोएडा से भेदभाव करता है। उन्होंने कहा कि ग्रेटर नोएडा गौतमबुद्धनगर जिले का केंद्र है। जिले की अधिकांश प्रशासनिक गतिविधियों भी यहीं से संचालित होती हैं। सभी प्रशासनिक कार्यालय भी यहां पर स्थित हैं। निकट भविष्य में यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में बड़ी संख्या में औद्योगिक इकाइयां स्थापित होने जा रही हैं। इनमें लाखों कर्मचारी एवं श्रमिक कार्यरत होंगे। ऐसे में व्यवहारिक तौर पर भी ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में स्थानीय औद्योगिक इकाइयों के श्रमिकों एवं कर्मचारियों के लिए अन्य ई0एस0आई0 अस्पताल अथवा नोएडा स्थित ई0एस0आई0 अस्पताल की शाखा स्थापित किए जाने की अति आवश्यकता है।  उन्होंने बताया कि अग्नि की मांग को पूर्व में शासन ने गम्भीरता से लेते हुए ग्रेटर नोएडा में एक अन्य ई0एस0आई0 अस्पताल शुरू करने का आश्वासन दिया था, लेकिन बाद में इस निर्णय पर अमल नहीं किया गया। परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए अग्नि पुनः  ग्रेटर नोएडा के औद्योगिक संस्थानों के श्रमिकों एवं कर्मचारियों की समस्या को प्रस्तुत करते हुए अपनी पुरानी मांग को शासन और प्रशासन के सम्मुख प्रस्तुत कर रही है। अग्नि उम्मीद करती है कि श्रमिकों के पक्ष में विचार करते हुए मुख्यमंत्री यथाशीघ्र लंबित मांग को पूरा करते हुए ग्रेटर नोएडा में भी एक ई0एस0आई0 अस्पताल की स्थापना कराने की कृपा करेंगे। उन्होंने मांग करते हुए कहा है कि जब तक यहां ई0एस0आई0 अस्पताल की स्थापना नहीं हो जाती तब तक के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था की जाए, जहां श्रमिक एवं कर्मचारियों का रियायती दरों पर आसानी से अधिक से अधिक संख्या में कोविड-19 का टेस्ट और उपचार सम्भव हो सकें।