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मेदांता नोएडा ने शुरू किया ‘आओ. देखो. सीखो.’ अभियान — महिलाओं को ब्रेस्ट सेल्फ-एग्ज़ामिनेशन में सशक्त बनाने की पहल


         Vision Live / नोएडा
महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर की बढ़ती चुनौतियों से निपटने और शुरुआती चरण में रोग की पहचान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मेदांता हॉस्पिटल नोएडा ने एक अनूठा जनजागरूकता अभियान ‘आओ. देखो. सीखो.’ शुरू किया है। इस पहल के तहत स्थापित किए गए विशेष कियोस्क (Kiosks) में महिलाएँ प्रशिक्षित नर्सिंग टीम की मदद से ब्रेस्ट सेल्फ-एग्ज़ामिनेशन (स्व-परीक्षण) की सही तकनीक व्यावहारिक रूप से सीख सकेंगी।

यह अभिनव कार्यक्रम मेदांता कैंसर इंस्टीट्यूट की राष्ट्रीय स्तर पर चल रही पहल का हिस्सा है, जिसका लक्ष्य है — आने वाले समय में देशभर की एक करोड़ से अधिक महिलाओं को ब्रेस्ट हेल्थ के प्रति जागरूक और सक्षम बनाना


कियोस्क में ‘आओ. देखो. सीखो.’ का अनुभव

‘आओ. देखो. सीखो.’ कियोस्क को इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि महिलाएँ एक सुरक्षित, सम्मानजनक और निजी वातावरण में स्वयं जांच की प्रक्रिया को समझ और सीख सकें।
हर कियोस्क तीन चरणों में विभाजित है —

  • आओ: सरल संदेशों और चित्रों के माध्यम से बताया जाएगा कि ब्रेस्ट स्व-परीक्षण क्यों और कैसे ज़रूरी है।
  • देखो: इंटरैक्टिव वीडियो, विशेषज्ञ परामर्श और शैक्षणिक सामग्री के ज़रिए जागरूकता को मजबूत किया जाएगा।
  • सीखो: प्रशिक्षित नर्सिंग स्टाफ के निर्देशन में लाइफ-साइज़ सिम्युलेटर पर ब्रेस्ट सेल्फ-एग्ज़ामिनेशन की सही तकनीक का अभ्यास कराया जाएगा।

कैंसर से लड़ाई का जनआंदोलन — ‘जानता है मेदांता’

ये कियोस्क ‘जानता है मेदांता’ अभियान का हिस्सा हैं — जो कैंसर के खिलाफ जागरूकता और सामुदायिक कार्रवाई को गति देने के लिए चलाया जा रहा है।
यह अभियान सिर्फ एक टैगलाइन नहीं, बल्कि एक साझी भावना है — जो बताती है कि मेदांता केवल मरीज का नहीं, बल्कि पूरा परिवार का साथ निभाता है इस कठिन सफर में।


विशेषज्ञ की राय

डॉ. वुथालूरु सीनू, डायरेक्टर, एंडोक्राइन एंड ब्रैस्ट सर्जरी, मेदांता, ने कहा —

“ब्रेस्ट कैंसर की समय पर पहचान जीवन बचा सकती है। ‘आओ. देखो. सीखो.’ जैसी पहलें जागरूकता को व्यवहारिक कदम में बदलती हैं। जब महिलाएँ खुद जांच करना सीखेंगी, तो पूरे परिवार में स्वास्थ्य-सुरक्षा की नई परंपरा शुरू होगी।”


जागरूकता से एक्शन तक

विश्व स्तर पर हर मिनट 4 महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का पता चलता है, और हर 5 में से 1 महिला इस बीमारी से अपनी जान गंवा देती है। ये आंकड़े इस बात को स्पष्ट करते हैं कि समय पर स्क्रीनिंग और स्व-परीक्षण ही इस बीमारी से निपटने का सबसे कारगर उपाय है।

मेदांता की यह पहल महिलाओं के बीच झिझक, सामाजिक संकोच और स्टिग्मा को दूर करते हुए स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने की दिशा में एक सशक्त कदम है — जो जागरूकता को क्रिया में बदलती है।



मेदांता के बारे में

मेदांता – द मेडिसिटी, भारत के अग्रणी मल्टी-सुपरस्पेशियलिटी हेल्थकेयर संस्थानों में से एक है, जो विश्व-स्तरीय चिकित्सा, अनुसंधान और प्रशिक्षण के माध्यम से मरीजों को संपूर्ण स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करता है। कैंसर, कार्डियक साइंसेज़, न्यूरोलॉजी, और ऑर्थोपेडिक्स सहित कई क्षेत्रों में मेदांता की विशेषज्ञता और मरीज-केंद्रित दृष्टिकोण इसे स्वास्थ्य सेवा का विश्वसनीय नाम बनाता है।