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देशभर के शिक्षकों की आवाज़ गूंजेगी मदुरई से


अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ की राष्ट्रीय बैठक में पहली बार गौतम बुद्ध नगर से नरेश कौशिक होंगे सहभागी

मौहम्मद इल्यास- "दनकौरी"/गौतमबुद्धनगर
देशभर के शिक्षकों की समस्याओं, मांगों और अधिकारों को लेकर अब एक बड़ा मंथन होने जा रहा है। 12 अक्टूबर को तमिलनाडु के मदुरई में अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ (AIPTF) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आयोजित की जा रही है, जिसमें गौतम बुद्ध नगर से राष्ट्रीय काउंसलर नरेश कौशिक पहली बार प्रतिभाग करने जा रहे हैं।

बैठक की अध्यक्षता संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुशील कुमार पांडेय करेंगे। इसमें देश के सभी राज्यों के शिक्षक प्रतिनिधि और कार्यकारिणी सदस्य शामिल होंगे।

बैठक का प्रमुख एजेंडा शिक्षकों के हितों से जुड़ा है —

  • देशभर में समान “सम्मान वेतन आयोग” लागू करने की मांग,
  • पुरानी पेंशन योजना (OPS) की बहाली,
  • और सेवारत शिक्षकों के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) की अनिवार्यता पर सर्वोच्च न्यायालय के हालिया निर्णय के बाद की स्थिति पर चर्चा।

संघ का मानना है कि शिक्षकों को अपने पेशे में स्थायित्व और सम्मान तभी मिल सकता है जब उनके वेतन, पेंशन और सेवा नियमों को एक समान नीति के तहत लाया जाए।


नरेश कौशिक का बयान

राष्ट्रीय काउंसलर नरेश कौशिक ने रवाना होने से पहले कहा—

“यह मेरे लिए गर्व का विषय है कि मैं गौतम बुद्ध नगर की ओर से इस ऐतिहासिक बैठक में प्रतिभाग कर रहा हूँ। देश के शिक्षकों की आवाज़ अब एकजुट होकर मदुरई से उठेगी। शिक्षक समाज आज भी असंख्य चुनौतियों का सामना कर रहा है — चाहे वह वेतन असमानता हो, पुरानी पेंशन की बहाली का मुद्दा हो या फिर शिक्षकों पर लगाई जा रही नई परीक्षाओं की बाध्यता। हम इन सभी मुद्दों को गंभीरता से राष्ट्रीय स्तर पर उठाएंगे।”

उन्होंने आगे कहा—

“शिक्षक समाज को वह सम्मान और सुरक्षा मिलनी चाहिए जो वह पूरी निष्ठा से आने वाली पीढ़ी को गढ़ने के बदले में डिज़र्व करता है। संघ का उद्देश्य है कि पूरे देश में एक समान नीति बने ताकि किसी भी राज्य के शिक्षक को अपने अधिकारों से वंचित न रहना पड़े। मदुरई की यह बैठक आने वाले समय में शिक्षकों के भविष्य की दिशा तय करने में मील का पत्थर साबित होगी।”


विशेष तथ्य:
अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ (AIPTF) देश के सबसे बड़े शिक्षक संगठनों में से एक है, जो प्राथमिक शिक्षा से जुड़े लाखों शिक्षकों का प्रतिनिधित्व करता है। संगठन का लक्ष्य शिक्षकों की सामाजिक, आर्थिक और पेशेवर स्थिति को सुदृढ़ करना है।