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महा पंचमी उत्सव ग्रेटर नोएडा कालीबाड़ी में धूमधाम से शुरू


रजत जयंती दुर्गा पूजा की शुरुआत, बोधन पूजा, आनंदमेला और सांस्कृतिक कार्यक्रम बने आकर्षण

 मौहम्मद इल्यास- "दनकौरी"/ ग्रेटर नोएडा
ग्रेटर नोएडा कालीबाड़ी में रजत जयंती शारदोत्सव की शुरुआत महा पंचमी के दिन परंपरागत बोधन पूजा के साथ हुई। पूजा पंडाल में सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी और पुजारियों ने मां दुर्गा की प्रतिमा के समक्ष वैदिक मंत्रोच्चार और अनुष्ठान पूरे विधि-विधान से सम्पन्न किए। वर्षों से चली आ रही यह परंपरा भक्तों को आस्था और संस्कृति की डोर में बांधती रही है।

साहित्यकार समृद्धा दत्ता का उद्बोधन

संध्या के औपचारिक कार्यक्रम का उद्घाटन प्रसिद्ध बंगाली साहित्यकार समृद्धा दत्ता ने किया। उन्होंने कालीबाड़ी की सराहना करते हुए कहा –
“पिछले पच्चीस वर्षों से यह संस्था समाज, संस्कृति और भक्ति की भावना को जीवित रखे हुए है। यहां की पूजा केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि एक ऐसा उत्सव है जो समुदाय को जोड़ता है और लोगों को अपनी जड़ों से जुड़े रहने की प्रेरणा देता है।”
उनका भावपूर्ण उद्बोधन उपस्थित भक्तों के हृदय को छू गया।

आनंदमेला में छाया बंगाली स्वाद

रजत जयंती के अवसर पर रेडिसन ब्लू ग्रेटर नोएडा की ओर से पारंपरिक आनंदमेला का आयोजन किया गया। इसमें घर-घर से बने व्यंजन, पारंपरिक पकवान और मिठाइयों की स्टॉल ने पूरे माहौल को मेले जैसा जीवंत बना दिया।
आनंदमेला प्रतियोगिता के जज और रेडिसन ब्लू ग्रेटर नोएडा के डायरेक्टर क्यूलिनरी शेफ अनुज कपूर ने कहा –
“भारतीय त्योहारों में भोजन का हमेशा विशेष महत्व रहा है। आनंदमेला खास इसलिए है क्योंकि यह सिर्फ स्वाद का नहीं, बल्कि एकजुटता और साझा संस्कृति का उत्सव है, जो दुर्गा पूजा की असली पहचान है।”

नृत्य और कठपुतली प्रस्तुति ने बांधा समां

शाम का सांस्कृतिक मुख्य आकर्षण शिल्पांजलि समूह का शानदार नृत्य और अभिनव कठपुतली प्रदर्शन रहा। ताल, गति और कहानी कहने की अनोखी प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा सभागार गूंज उठा और सभी ने कलाकारों का उत्साहवर्धन किया।

भक्ति, स्वाद और संस्कृति का संगम

महा पंचमी के इस उत्सव में आध्यात्मिक अनुष्ठानों की भक्ति, आनंदमेला का स्वाद और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की ऊर्जा का ऐसा संगम देखने को मिला, जिसने ग्रेटर नोएडा कालीबाड़ी की रजत जयंती दुर्गा पूजा की शुरुआत को यादगार बना दिया। भक्तों ने कहा कि इस वर्ष का आयोजन पिछले सभी वर्षों से अधिक भव्य और प्रेरणादायी है।