मौहम्मद इल्यास- "दनकौरी"/ग्रेटर नोएडा
बालाजी एनक्लेव सेक्टर में रविवार का दिन पर्यावरण जागरूकता और विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम के रूप में याद किया जाएगा। नवगठित सेक्टर कार्यकारिणी की अगुवाई में आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम के साथ-साथ सेक्टर के बहुप्रतीक्षित विकास कार्यों का विधिवत शुभारंभ भी किया गया। इस सराहनीय पहल का नेतृत्व सेक्टर अध्यक्ष ओमवीर आर्य (एडवोकेट) ने किया।
ओमवीर आर्य ने जानकारी दी कि नई कार्यकारिणी के गठन के तुरंत बाद ही पहला प्रयास पर्यावरण को समर्पित किया गया। उन्होंने कहा, "हमारा लक्ष्य है कि बालाजी एनक्लेव को न सिर्फ हरित और स्वच्छ बनाया जाए, बल्कि विकास के हर पैमाने पर भी इसे एक मॉडल सेक्टर के रूप में खड़ा किया जाए। वृक्षारोपण इस यात्रा की पहली सीढ़ी है।"
कार्यक्रम के दौरान नीम, पीपल, बरगद और सहसूद जैसे औषधीय एवं छायादार वृक्षों का रोपण किया गया। इन पेड़ों का महत्व न केवल वायुमंडल को शुद्ध करने में है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को एक हरा-भरा वातावरण देने में भी है। कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने वृक्षों की सुरक्षा व संरक्षण का संकल्प भी लिया।
इस अवसर पर क्षेत्र के गणमान्य नागरिकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया। भागवत भाटी, राज सिंह प्रधान, नाहर सिंह यादव, किरणपाल नागर, रमेश बंसल, विनोद अधाना, जितेन्द्र नागर, ईंदर नागर, जगदीश फौजी, तुषार भाटी, विनोद नागर, सुबोध ठाकुर, मनोज गर्ग, कमल शर्मा जैसे सक्रिय नागरिकों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को और भी सार्थक बना दिया।
वृक्षारोपण के पश्चात सेक्टर में विकास योजनाओं को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। सर्वसम्मति से तय किया गया कि मंदिर परिसर को प्राथमिकता के आधार पर सुव्यवस्थित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त सेक्टर की साफ-सफाई, स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत, विद्युत व्यवस्था और अन्य मूलभूत सुविधाओं के सुधार हेतु योजनाबद्ध ढंग से कार्य किया जाएगा। कुछ कार्यों की शुरुआत उसी दिन कर दी गई।
सेक्टर संयोजक और कार्यकारिणी के सदस्यों ने इस अभियान को केवल एक दिन का आयोजन न मानकर एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया के रूप में स्थापित करने का संकल्प लिया है। लक्ष्य है कि आने वाले वर्षों में बालाजी एनक्लेव को एक "आदर्श हरित कॉलोनी" के रूप में पहचाना जाए।
इस आयोजन ने यह स्पष्ट संदेश दिया कि जब पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक सहभागिता और विकास एक साथ कदम बढ़ाते हैं, तो समाज में सकारात्मक परिवर्तन निश्चित है।