पाक प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ गरजा ग्रेटर नोएडा—भाजयुमो के नेतृत्व में निकला कैंडल मार्च और मशाल जुलूस
अन्नू पंडित के नेतृत्व में गूंजा ‘भारत मां की जय’, शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि, पाकिस्तान को चेतावनी
मौहम्मद इल्यास- "दनकौरी"/ग्रेटर नोएडा
जम्मू-कश्मीर की बैसरन घाटी में हालिया आतंकी हमले में तीर्थयात्रियों की नृशंस हत्या के खिलाफ ग्रेटर नोएडा में जनाक्रोश फूट पड़ा। हमले में कई राज्यों से आए निर्दोष श्रद्धालुओं की मौत ने समूचे राष्ट्र को झकझोर दिया। इसी आक्रोश और शोक को स्वर देते हुए भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के पूर्व जिलाध्यक्ष अन्नू पंडित के नेतृत्व में बुधवार देर शाम कैंडल मार्च और मशाल जुलूस निकाला गया।
कमर्शियल बेल्ट से परी चौक तक निकला जुलूस, जिसमें सैकड़ों युवाओं ने हाथों में तिरंगे, मशालें और देशभक्ति से ओत-प्रोत तख्तियाँ थामे देशभक्ति के नारों के साथ आतंकवाद और पाकिस्तान के खिलाफ हुंकार भरी।
"अब आर-पार की नीति चाहिए" – अन्नू पंडित
कैंडल मार्च का नेतृत्व कर रहे भाजयुमो के पूर्व जिलाध्यक्ष अन्नू पंडित ने कहा,
"अब वक्त है निर्णायक कार्रवाई का। पाकिस्तान और उसके आतंकी संगठन भारत की सहनशीलता को कमजोरी समझ बैठे हैं। हम सरकार से अपील करते हैं कि सेना को खुली छूट दी जाए और सीमा पार मौजूद आतंकी ठिकानों को जड़ से मिटा दिया जाए।"
उन्होंने कहा कि यदि ठोस कार्रवाई नहीं की गई तो इस तरह के हमले बार-बार भारत की अस्मिता को चुनौती देते रहेंगे।
पुतला दहन और नारेबाजी से गूंजा परी चौक
जुलूस के समापन पर कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान और आतंकवाद का प्रतीकात्मक पुतला दहन कर विरोध प्रकट किया। ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’, ‘जय हिन्द’ और ‘भारत माता की जय’ जैसे नारों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा। यह प्रदर्शन एक औपचारिक विरोध नहीं, बल्कि आतंक के विरुद्ध एक स्पष्ट चेतावनी थी।
शहीदों को मौन श्रद्धांजलि, आंखें हुईं नम
मार्च की शुरुआत से पहले बैसरन घाटी में शहीद हुए तीर्थयात्रियों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। उपस्थित युवाओं ने मोमबत्तियाँ और मशालें जलाकर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। वक्ताओं ने इसे केवल निर्दोष लोगों पर हमला नहीं, बल्कि भारत की आत्मा पर वार बताया।
युवाओं ने संभाली देशभक्ति की मशाल
इस जुलूस में बड़ी संख्या में युवाओं की भागीदारी उल्लेखनीय रही। नेतृत्व कर रहे प्रमुख चेहरों में श्रीचंद सेन, संदीप गोयल, रवि मावी, शिवा भाटी, राजेश पांडे, मोहित भाटी, अमृत राज, आयुष चौबे, हर्ष ढाका, अमन यादव, अभय तोमर, पवन यादव समेत कई युवा शामिल थे, जिन्होंने पूरे जोश और जुनून से माहौल को राष्ट्रभक्ति से सराबोर कर दिया।
जनता की एकजुट मांग – आतंक का अंत चाहिए
प्रदर्शन के दौरान मौजूद नागरिकों और युवाओं ने एक स्वर में कहा कि अब सहनशीलता की नहीं, बल्कि प्रतिरोध की नीति की जरूरत है। आम जनता अब आतंक के खिलाफ चुप नहीं बैठना चाहती। सरकार को अब पाकिस्तान को उसकी ही भाषा में जवाब देना होगा।