एस्टर स्कूल, ग्रेटर नोएडा में ‘प्लास्टिक मुक्त पर्यावरण’ की दिशा में प्रेरक पहल
विजन लाइव /ग्रेटर नोएडा
रोटरी क्लब ऑफ़ ग्रीन ग्रेटर नोएडा द्वारा आज एस्टर स्कूल, डेल्टा-2 में प्लास्टिक प्रदूषण के खिलाफ एक जन-जागरूकता अभियान की शुरुआत की गई। इस पहल के तहत प्लास्टिक कैरी बैग्स की उपयोगिता को कम करने हेतु कपड़े के बैग वितरित किए गए और छात्रों व नागरिकों को पर्यावरण के प्रति सजग रहने का संदेश दिया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अपर जिलाधिकारी (एडीएम) बच्चू सिंह ने रोटरी क्लब की इस पहल की सराहना करते हुए कहा, “रोटरी क्लब अपने सेवा प्रकल्पों के माध्यम से न केवल समाज में सकारात्मक बदलाव ला रहा है, बल्कि पर्यावरण-संरक्षण की दिशा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। प्लास्टिक बैग्स हमारे जीवन में जितने उपयोगी दिखते हैं, उतने ही खतरनाक हमारे पारिस्थितिक तंत्र के लिए हैं। ये बैग्स न केवल जल और मृदा को प्रदूषित करते हैं, बल्कि पशु जीवन के लिए भी गंभीर खतरा बन चुके हैं।”
उन्होंने आगे बताया कि समुद्र में प्लास्टिक बैग्स मछलियों द्वारा निगल लिए जाते हैं, जिससे उनकी मृत्यु हो जाती है। इसी प्रकार, गौवंश द्वारा गलती से इन बैग्स को निगल लेने पर उन्हें गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यह समय की मांग है कि हम सब मिलकर कपड़े के बैग्स के उपयोग को प्रोत्साहित करें और प्लास्टिक की आदत से मुक्ति पाएं।
स्कूल के विद्यार्थियों ने प्रस्तुत की सुंदर सांस्कृतिक झलकियाँ
इस अवसर पर स्कूल के छात्रों ने पर्यावरण संरक्षण पर आधारित गीत और नृत्य की सुंदर प्रस्तुतियाँ दीं, जिनमें स्वच्छता, हरियाली और प्रकृति के महत्व को रचनात्मक ढंग से प्रस्तुत किया गया।
सम्मान और सहभागिता
कार्यक्रम में प्रिंसिपल प्रीति शर्मा, वाइस प्रिंसिपल जयवीर डागर और अफ़ज़ल अहमद ने सभी अतिथियों को पौधे भेंट कर पर्यावरण के प्रति सम्मान और जिम्मेदारी का प्रतीकात्मक संदेश दिया।
इस अवसर पर रोटरी क्लब ऑफ़ ग्रीन ग्रेटर नोएडा के अध्यक्ष शैलेश चन्द्र वार्ष्णेय, सचिव ऋषि अग्रवाल, कोषाध्यक्ष निखिल गर्ग, तथा मंजीत सिंह, एम पी सिंह, के के शर्मा, मुकेश शर्मा, राहुल शर्मा, अंकुर गर्ग, कुलदीप शर्मा, जितेंद्र चौहान और रणजीत सिंह सहित क्लब के अनेक सदस्य उपस्थित रहे और कार्यक्रम के संचालन में सक्रिय भूमिका निभाई।
रोटरी क्लब की पहल
रोटरी क्लब की यह पहल न केवल पर्यावरण संरक्षण के लिए एक उदाहरण है, बल्कि समाज को भी यह सोचने के लिए प्रेरित करती है कि छोटे-छोटे कदम बड़े बदलाव ला सकते हैं। कपड़े के बैग का नियमित उपयोग कर हम न केवल प्रदूषण को कम कर सकते हैं, बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ, सुरक्षित और स्थायी पर्यावरण सुनिश्चित कर सकते हैं।