पहलगाम नरसंहार के खिलाफ गूंजा जनाक्रोश—अखिल भारतीय गुर्जर महासभा ने गौतम बुद्ध नगर में निकाला कैंडल मार्च, केंद्र सरकार से की 'गोली का जवाब गोली' से देने की अपील
ग्रेटर नोएडा की सड़कों पर उतरे सैकड़ों लोग, आतंकवाद के खिलाफ प्रखर विरोध
मौहम्मद इल्यास- "दनकौरी"/ग्रेटर नोएडा
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले, जिसमें धर्म पूछकर निर्दोष सैलानियों की नृशंस हत्या की गई, ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस जघन्य कृत्य के खिलाफ अखिल भारतीय गुर्जर महासभा, उत्तर प्रदेश ने प्रदेश अध्यक्ष चंद्रवीर नागर के नेतृत्व में गौतम बुद्ध नगर के स्वर्ण नगरी से गोल्फ कोर्स तक कैंडल मार्च निकाला।
1908 से राष्ट्र सेवा में समर्पित संगठन ने दी सशक्त चेतावनी
अखिल भारतीय गुर्जर महासभा ने इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि ऐसे कृत्यों का जवाब उसी भाषा में दिया जाए। संगठन ने कहा, "अब समय आ गया है कि आतंकवादियों को उनकी ही शैली में जवाब दिया जाए—गोली का जवाब गोली से।"
संगठन ने यह भी दोहराया कि 1908 से राष्ट्र सेवा में समर्पित अखिल भारतीय गुर्जर महासभा हर समय देश की सुरक्षा और सम्मान के लिए तत्पर रही है और भविष्य में भी रहेगी।
मौन श्रद्धांजलि और राष्ट्र के साथ एकजुटता का प्रदर्शन
मार्च की शुरुआत से पहले दो मिनट का मौन रखकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई और राष्ट्रीय एकता व अखंडता के समर्थन में शपथ ली गई। सभी उपस्थित लोगों ने मोमबत्तियाँ जलाकर दुख की इस घड़ी में देश के साथ खड़े होने का संकल्प लिया।
गौतम बुद्ध नगर से गुर्जर समाज की सशक्त उपस्थिति
इस मार्च में संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी और समाज के गणमान्य लोग उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से शामिल थे:
- राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राकेश चौधरी
- प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुखबीर सिंह आर्य
- प्रदेश संगठन महामंत्री अमरजीत चौधरी
- प्रदेश महामंत्री चैनपाल प्रधान
- जिला अध्यक्ष कैप्टन पंचशील गुर्जर
- वरिष्ठ समाजसेवी सुनील भाटी
- जिला महामंत्री सचिन नागर
- युवा जिला अध्यक्ष शिव भाटी
- मनीष कुमार, बबलू कुमार, हेमराज, पवन कुमार, राजेंद्र सिंह, चौधरी राजपाल, चौधरी धर्मवीर, वीरेंद्र, राजेश कुमार सहित अनेक युवा कार्यकर्ता और क्षेत्रीय नागरिक शामिल रहे।
‘अब और नहीं’—भारत को चाहिए निर्णायक कदम
मार्च के दौरान उपस्थित जनसमूह ने ‘भारत माता की जय’, ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’, ‘शहीदों अमर रहें’ जैसे नारों से माहौल को देशभक्ति की भावना से भर दिया। सभी ने एक सुर में यह मांग की कि अब सरकार को निर्णायक नीति अपनानी चाहिए, जिससे आतंकवाद के इस चक्र को जड़ से समाप्त किया जा सके।