देश के विकास में शिक्षाविदों का महत्वपूर्ण योगदान:-स्वदेश कुमार सिंह
Vision Live/ Greater Noida
रांची शहर के एक निजी होटल में दिल्ली एनसीआर के ग्रेटर नोएडा में स्थित देश की जानी मानी संस्था जीएनआईओटी ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूशंस द्वारा झारखंड प्रदेश के शिक्षाविदों के सम्मान में शिक्षाविद् सम्मान समारोह कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया और इस दौरान झारखंड प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आए एक सौ सत्तर से अधिक शिक्षाविदों को शिक्षा के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
यह समारोह शिक्षा के प्रति समर्पित शिक्षाविदों को प्रोत्साहित करने और उनके प्रयासों को पहचान देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के पूर्व अध्यक्ष राजेश ठाकुर, धनबाद लोकसभा क्षेत्र से पूर्व सांसद प्रत्याशी एवं राष्ट्रीय कोलयरी मजदूर संगठन के वर्किंग प्रेसिडेंट अनुपमा सिंह, झारखंड कांग्रेस के सोशल मीडिया प्रभारी गजेंद्र कुमार सिंह एवं मां सिद्धेश्वरी चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं जीआईएमएस संस्थान के एडवाइजर सत्यप्रकाश सिंह उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम का शुभारंभ सर्वप्रथम समस्त अतिथियों एवं संस्था के सदस्यों द्वारा दीप प्रज्वलन एवं मां सरस्वती वंदना के साथ हुई।
अपने संबोधन में झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के पूर्व अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि "शिक्षाविद समाज की नींव होते हैं। उनका योगदान देश के भविष्य निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस प्रकार के आयोजनों से शिक्षाविदों को सम्मान मिलता है और नई पीढ़ी को बेहतर शिक्षा देने की प्रेरणा मिलती है।" उन्होंने बताया कि आज इतनी बड़ी संख्या में शिक्षाविदों का सम्मान प्रदान कर अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रही हूं।
धनबाद लोकसभा क्षेत्र के पूर्व सांसद प्रत्याशी एवं राष्ट्रीय कोलयरी मजदूर संगठन के वर्किंग प्रेसिडेंट अनुपमा सिंह ने अपने संबोधन के दौरान शिक्षाविदों के समर्पण की सराहना करते हुए कहा, "शिक्षाविदों के प्रयासों के बिना समाज का विकास अधूरा है। उनका सम्मान करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है।"
झारखंड कांग्रेस के सोशल मीडिया प्रभारी गजेंद्र कुमार सिंह ने अपने संबोधन में शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार की आवश्यकता पर बल दिया और शिक्षकों के योगदान को समाज में बदलाव का महत्वपूर्ण कारक बताया।
मां सिद्धेश्वरी चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं जीआईएमएस संस्थान के एडवाइजर सत्यप्रकाश सिंह ने अपने संबोधन के दौरान झारखंड प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए हुए समस्त शिक्षाविदों का आभार व्यक्त करते हुए समस्त शिक्षाविदों के किसी भी प्रकार के सहयोग के लिए सदैव तत्पर रहने की बात की।
इस दौरान समस्त अतिथियों ने जीएनआईओटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, ग्रेटर नोएडा के समस्त सदस्यों का झारखंड प्रदेश में इतनी बड़ी कार्यक्रम आयोजित करने के लिए धन्यवाद प्रेषित किया।
आज के इस कार्यक्रम में उपस्थित समस्त शिक्षाविदों को संस्था की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। उपस्थित शिक्षकों ने इस सम्मान समारोह की सराहना की और शिक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया।
जीआईएमएस संस्थान के सीईओ स्वदेश सिंह ने कहा कि "शिक्षकों का सम्मान समाज की समृद्धि का प्रतीक है। हम भविष्य में भी ऐसे आयोजनों के माध्यम से शिक्षाविदों को प्रोत्साहित करते रहेंगे।"
संस्थान के निदेशक डॉ भूपेंद्र सोम ने अपने आख्यान में आधुनिक परिवेश में शिक्षाविदों के बढ़ती हुई जिम्मेदारियों को रेखांकित किया एवं जीएनआईओटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की।
संस्था के ग्रुप हेड आउटरीच पंकज कुमार ने अपने संबोधन में बताया कि आज का समारोह न केवल शिक्षाविदों के लिए बल्कि समाज के सभी वर्गों के लिए एक प्रेरणा स्रोत बना।
संस्थान के सीईओ स्वदेश कुमार सिंह ने भविष्य में भी इस प्रकार के आयोजनों कि पुनरावृत्ति का वादा किया।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में स्थानीय गणमान्य व्यक्ति, शिक्षाविद्, समाजसेवी के अलावा जीएनआईओटी संस्था की ओर से विमल सिंह, प्रणव सिंहा, अश्विनी शर्मा, रितेश कुमार सिंह, अभिनय राज, आशीष तोमर, मनसा बत्रा, रिया बिस्वास एवं आकांक्षा मौजूद रहे।*