Vision Live/Ghaziabad
आईएमएस गाजियाबाद ने गर्वपूर्वक पद्मश्री डॉ. किरण सेठ, स्पिकमैके (युवा वर्ग के बीच भारतीय शास्त्रीय संगीत और संस्कृति के संवर्धन के लिए समाज) के संस्थापक और आईआईटी दिल्ली के पूर्व प्रोफेसर एमेरिटस, की उपस्थिति में एक प्रेरणादायक कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का आयोजन डॉ. अंचल मिश्रा द्वारा सांस्कृतिक समिति के स्पिकमैके हेरिटेज क्लब के तहत किया गया था, जिसमें दिल्ली एनसीआर के विभिन्न बी-स्कूलों जैसे आईएमटी गाजियाबाद, एबीईएस, आरकेजीआईटी और केआईईटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के गणमान्य व्यक्तियों, फैकल्टी सदस्यों और छात्रों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई।
गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत आईएमएस गाजियाबाद के निदेशक डॉ. प्रसून एम. त्रिपाठी ने किया।
इस अवसर पर श्रीमती आभा बेंसल, समन्वयक स्पिकमैके गाजियाबाद चैप्टर, डॉ. अंचल मिश्रा, कार्यक्रम की आयोजक, डॉ. वैशाली अग्रवाल, डीन अकादमिक, और डॉ. अमित भाटी, डीन स्टूडेंट अफेयर्स, डॉ. अजय पटेल, डीन रिसर्च, सहित फैकल्टी, स्टाफ सदस्य और छात्र उपस्थित थे।
डॉ. किरण सेथ ने अपने अनुभवों और विचारों को साझा करते हुए भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और प्रसार पर जोर दिया। उन्होंने युवाओं को भारतीय शास्त्रीय संगीत, नृत्य और कला के महत्व को समझने और अपनाने के लिए प्रेरित किया। इसके साथ ही, उन्होंने एकाग्रता और ध्यान केंद्रित करने की कला पर भी प्रकाश डाला। डॉ. सेथ ने बताया कि कैसे शास्त्रीय संगीत और योग जैसी प्राचीन भारतीय विधाएं मानसिक शांति और एकाग्रता बढ़ाने में सहायक होती हैं, जो आज के प्रतिस्पर्धी दौर में अत्यंत आवश्यक है।
उन्होंने छात्रों को सलाह दी कि वे तकनीक और डिजिटल दुनिया की व्यस्तता के बीच आत्म-चिंतन और ध्यान के माध्यम से अपनी एकाग्रता को बढ़ाएं। उनके विचारों ने छात्रों को अपने व्यक्तिगत और शैक्षणिक जीवन में संतुलन स्थापित करने के लिए प्रेरित किया।
स्पिकमैके एक गैर-लाभकारी संगठन है जो युवाओं के बीच भारतीय शास्त्रीय संगीत, नृत्य और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। डॉ. किरण सेथ द्वारा स्थापित, यह आंदोलन भारतीय विरासत के विभिन्न पहलुओं के प्रति जागरूकता बढ़ाकर औपचारिक शिक्षा की गुणवत्ता को समृद्ध करने का प्रयास करता है।