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पढिएः- किसके सिर सजेगा गौतमबुद्धनगर के नए भाजपा जिलाध्यक्ष का ताज?

 


 


किसके सिर सजेगा गौतमबुद्धनगर के नए भाजपा जिलाध्यक्ष का ताज?----जिलाध्यक्ष के लिए दावेदारों की फेहरिस्त यहां दर्जनांं तक पहुंच चुकी है, जातिगत समीकरणों की बात करें तो यहां इस बार गुर्जर, बनिया, ब्राहमण या फिर ठाकुर जिलाध्यक्ष होगा, गुणाभाग तेज होने शुरू हो गए हैं, इनमें फिलहाल मुख्यतौर से जिलाध्यक्ष के लिए रवि जिंदल, देवा भाटी और राहुल पंडित के नाम चर्चा में आए हैं

मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/गौतमबुद्धनगर

गौतमबुद्धनगर में नए भाजपा जिलाध्यक्ष का ताज किसके सिर पर सजेगा? गुणभाग तेजे होने लगे हैं। नए भाजपा जिलाध्यक्ष का फरवरी-2023 तक कुर्सी संभाला तय माना जा रहा है। दिल्ली में 16 और 17 जनवरी-2023 को भाजपा की राष्ट्रीय परिषद की बैठक होने जा रही है। इस बैठक में उत्तर प्रदेश भाजपा कार्यकारणी के गठन की पूरी पटकथा लिखा जाना तय हैं। उत्तर प्रदेश भाजपा कार्यकारणी बन जाने के बाद क्षेत्रीय अध्यक्ष के भाग्य का फैसला होना है। फिलहाल मोहित बैनीवाल यहां भाजपा क्षेत्रीय अध्यक्ष हैं। नए भाजपा क्षेत्रीय अध्यक्ष और कार्यकारणी बन जाने के बाद जिलाध्यक्षों की बारी है। गौतमबुद्धनगर की बात करें तो यहां पर विजय भाटी भाजपा जिलाध्यक्ष हैं। जिलाध्यक्ष विजय भाटी गौतमबुद्धनगर में दूसरी पारी खेल रहे हैं। विजय भाटी से पहले यहां कोई चेहरा ऐसा नही रहा, जो लगातार दूसरी बार जिलाध्यक्ष पद को सुशोभित कर पाया हो। इस बार यहां कौन जिलाध्यक्ष बनेगा? कई तरह की चर्चाएं शुरू हो चुकी हैं। नए जिलाध्यक्ष के लिए दावेदारों की फेहरिस्त यहां दर्जनांं तक पहुंच चुकी है।





जातिगत समीकरणों की बात करें तो यहां इस बार गुर्जर, बनिया, ब्राहमण या फिर ठाकुर जिलाध्यक्ष होगा, गुणाभाग तेज होने शुरू हो गए हैं। इनमें फिलहाल मुख्यतौर से जिलाध्यक्ष के लिए रवि जिंदल, देवा भाटी और राहुल पंडित के नाम चर्चा में आए हैं। सूरजपुर निवासी रवि जिंदल बनिया बिरादरी से आते हैं। रवि जिंदल छात्र जीवन से ही एबीवीपी से जुड रहे और फिर वर्ष 2013 से लेकर 2018 तक भारतीय जनता युवा मोर्चा के गौतमबुद्धनगर जिलाध्यक्ष रहे। साथ ही वर्ष 2018 से लेकर वर्ष 2020 तक जिले मेंं बतौर भाजपा जिला उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी रही। रवि जिंदल मूल संगठन के बेहद करीबी माने जाते है और भाजपा संगठन में काम करने का लंबा अनुभव भी रखते हैं।  बनिया बिरादरी की मजबूत दावेदारी इस बात से भी बनती है कि नगर पंचायत से लेकर विधानसभा और विधान परिषद तक और लोकसभा से लेकर राज्यसभा तक वैश्य समाज की भागेदारी गौतमबुद्धनगर से नही है। भाजपा संगठन पर गौर करेंं तो 11 मंडलों में से सिर्फ एक दादरी नगर मंडल पर सोमेश गुप्ता है। भाजपा में जितने भी प्रकोष्ठ हैंं उनमें से सिर्फ एक ही प्रकोष्ठ वह भी व्यापार प्रकोष्ठ, पवन बंसल पर है। मोर्चो की बात करेंं इनमें वैश्य समाज का कोई जिलाध्यक्ष नही हैं। वैसे वैश्य समाज में दबी जुबान से जिलाध्यक्ष पद के लिए फेहरिस्त लगातार लंबी होती जा रही है। रवि जिंदल के साथ साथ मनोज गर्ग जो फिलहाल जिला भाजपा के महामंत्री भी है, जिलाध्यक्ष की दौड में शामिल है। इनके अलावा दादरी निवासी मनोज गोयल उर्फ मूली,  जेवर से पूर्व जिला महामंत्री मनोज जैन,पूर्व मंडल अध्यक्ष नीरज गोयल और दनकौर से पूर्व जिला महामंत्री दीनेश्वर प्रसाद गोविल जिलाध्यक्ष पद की दौड में शामिल है। राहुल पंडित की  बात करें तों  वह वर्तमान में भाजपा के जिला उपाध्यक्ष भी हैं। ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के लडपुरा गांव निवासी राहुल पंडित की मजबूत दावेदारी इस बात से पक्की है कि विधान परिषद सदस्य (शिक्षक) श्रीचंद शर्मा उनके बेहद करीबी है और खास रिश्तेदारी के चलते हुए जमकर पैरवी में हैं। विधान परिषद सदस्य (शिक्षक) श्रीचंद शर्मा जिले के राजनीतिक चाणक्य भी माने जाते हैं। इसी क्रम में सेवानंद शर्मा और सुशील शर्मा जेवर भी ऐडी चोटी का जोर लगा रहे हैं। सुशील शर्मा जेवर पूर्व में भाजपा के जिला उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं। साथ ही सुशील शर्मा को जेवर विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह का बेहद खास माना जाता है। यही कारण है कि जेवर विधायक की मजबूत पैरवी सुशील शर्मा जेवर के लिए मुफीद साबित हो सकती है। सेवानंद शर्मा पूर्व भाजपा के जिला महामंत्री रह चुके हैं और फिलहाल नगर निकाय चुनावों के जिला संयोजक भी हैं। वर्तमान में जिला उपाध्यक्ष सेवांनद शर्मा, पुराने संघ पोषित कार्यकर्ता माने जाते हैं। सेवानंद शर्मा, पूर्व केंद्रीय मंत्री सासंद डा0 महेश शर्मा के बेहद करीबी भी माने जाते हैं, इसलिए उनकी मजबूत दावेदारी दिखाई पड रही है। दादरी क्षेत्र के दतावली गांव निवासी देवा भाटी, सबसे युवा जिला पंचायत सदस्य हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष अमित चौधरी के साथ जिला पंचायत सदस्य देवा भाटी की मजबूत जुगलबंदी भी हैं। इसलिए जिला पंचायत अध्यक्ष अमित चौधरी, इनकी खुलकर पैरवी में लगे हुए हैं। इसके साथ ही भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल तक से इनकी सीधी पहुंच है। यदि भाजपा इस बार भी गुर्जर पर दाव लगाती है तो नए जिलाध्यक्ष के तौर पर देवा भाटी की किस्मत का भी सितारा बुलंद हो सकता है। इनके अलावा गुर्जर बिरादरी से जिलाध्यक्ष पद की दौड में कई भाजपा नेता शामिल है।




इनमें मुख्य तौर पर एडवोकेट मुकेश नागर जो फिलहाल भाजपा क्षेत्रीय कार्यालय निमार्ण विभाग पश्चिम के संयोजक भी है और पूर्व में जिला उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं। सुभाष भाटी, गजेंद्र मावी, सुनील भाटी और पवन नागर उर्फ बबली नागर, डा0 अशोक नागर भी जिलाध्यक्ष पद के लिए प्रबल दावेदार बने हए हैं। इनमें सुभाष भाटी पूर्व किसान मोर्चा के प्रदेश मंत्री रह चुके हैं। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में जेवर विधानसभा प्रभारी, वर्ष 2022 विधानसभा के प्रथम चरण में बुलंदशहर जिले की शिकारपुर विधानसभा का प्रभारी बनाया गया, जब कि पांचवे चरण लखीमपुर खीरी की श्रीनगर विधानसभा का पर्यवेक्षक बनाया। सुभाष भाटी ने वर्ष 1989 भाजपा से राजनीति शुरू की, इसके बाद जिले में कोषाध्यक्ष, दो बार जिला उपाध्यक्ष, भाजयुमो में मंडल अध्यक्ष जैसे कई पदों पर कार्य किया। सुनील भाटी और गजेंद्र मावी भी जिले में भाजयुमो जिलाध्यक्ष रह चुके हैं यह दोनो भी जिलाध्यक्ष पद की मजबूत दावेदारी में है।