BRAKING NEWS

6/recent/ticker-posts


 

बौद्धिक संपदा अधिकार पर हैंड ऑन ट्रैनिंग कार्यशाला संपन्न

पेटेंट कार्यालय,  उनका गठन, उनकी कार्यशैली, तथा पेटेंट और डिज़ाइन प्रार्थना पत्र देने, विहित शुल्क भुगतान करने की प्रक्रिया, उस पर आपत्ति प्रस्तुत करने किये जाने और आपत्ति के निस्तारण और अन्ततः पंजीकरण के प्रक्रिया के विषय मे विस्तार पूर्वक चर्चा की
विजन लाइव/ ग्रेटर नोएडा
बौद्धिक संपदा और उससे जुड़े अधिकारों के बारे में जनसामान्य को ज्ञान होना और उसका युक्तियुक्त और विधिक प्रयोग किया जाना वर्तमान समय की आवश्यकता है। उक्त बातें  "बौद्धिक अधिकार संपदा- हैंड्स ऑन ट्रेनिंग पेटेंट प्रायर आर्ट सर्च (पेटेंट पूर्व खोज कला) विषय पर 
गौतमबुद्ध विश्ववविद्यालय के बौद्धिक अधिकार  संपदा समिति (आई पी आर सेल- जी. बी.यू. ) द्वारा आयोजित एक कार्यशाला में विचार व्यक्त करते हुए विशेष आमंत्रित वक्ता के रूप में खुराना एंड खुराना, बौद्धिक संपदा अधिकार की विशेषज्ञ मिस पौलमी सरकार  ने कार्यशाला में कहा। उक्त कार्यशाला में विषय विशेषज्ञ एवम मुख्य वक्ता ने बौद्धिक संपदा क्या है, बौद्धिक संपदा अधिकार क्या है? पेटेंट क्या है, डिज़ाइन क्या है ? इन विषय वस्तुओं को सुस्पष्ट करते हुए विषय विशेषज्ञ ने पेटेंट कार्यालय,  उनका गठन, उनकी कार्यशैली, तथा पेटेंट और डिज़ाइन प्रार्थना पत्र देने, विहित शुल्क भुगतान करने की प्रक्रिया, उस पर आपत्ति प्रस्तुत करने किये जाने और आपत्ति के निस्तारण और अन्ततः पंजीकरण के प्रक्रिया के विषय मे विस्तार पूर्वक चर्चा की। कार्यशाला में मुख्य रूप से प्रतिभागियों को किसी नवीन उत्पाद के पेटेंट प्राप्त करने के लिए किन -किन प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है, किन- किन सावधानियों का ध्यान रखना पड़ता हैं, उत्पाद के विशिष्टियों तथा उन्हें पूर्व पंजीकृत पेटेंट से किस प्रकार भिन्न और विशिष्ट किया जा सकता है?, इन समस्त विषयो एवम प्रक्रियाओं से प्रशिक्षित किया। कार्यशाला का आयोजन आई.पी.आर. जी.बी.यू. द्वारा किया गया। उक्त कार्यशाला की समन्वयक डॉ शक्ति शाही (चेयरपर्सन, आई. पी. आर. सेल, जी. बी.यू.) रही। उक्त कार्यशाला में आई. पी. आर. सेल के सदस्य डॉ भूपेंद्र चौधरी जी, डॉ राकेश कुमार श्रीवास्तव जी, डॉ सन्तोष कुमार तिवारी, डॉ विनय लिटोरिया जी, डॉ तन्वी वत्स उपस्थित रहे। उक्त कार्यशाला में विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों के संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, शिक्षकगण, आई.पी.आर. विशेषज्ञ, शोध छात्र तथा विभिन्न विभागों के छात्र- छात्राएं उपस्थित रहे। उक्त कार्यशाला में कुल लगभग 100 प्रतिभागियों ने प्रतिभागिता सुनिश्चित किया जो विभिन्न विधाओं जैसे विधि, बियोटेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट आदि विषयों से सम्बंधित रहे। कार्यक्रम के सफल आयोजन पर विश्ववद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आर. के. सिन्हा और कुलसचिव डॉ विश्वास कुमार त्रिपाठी ने आई. पी. आर. सेल के मेम्बरों को शुभकामनाएं प्रेषित की और भविष्य में इस प्रकार के आयोजनों के लिए प्रेरित किया। ध्यातव्य है कि  विश्वविद्यालय के आई. पी. आर. सेल द्वारा सेमिनार, वेबिनार, कार्यशाला, ट्रेनिंग प्रोग्राम और अन्य विविध कार्यक्रम समय-समय पर आयोजित किये जाते रहते हैं। कार्यशाला के अंत मे आई.पी.आर. सेल- जी.बी.यू. के सदस्य डॉ तन्वी वत्स ने धन्यवाद ज्ञापित किया।