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जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान दनकौर में वैदिक गणित की एक कार्यशाला का आयोजन किया

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विजन लाइव/ ग्रेटर नोएडा
 प्राचार्य / उप शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान दनकौर, गौतमबुद्धनगर में वैदिक गणित की एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।वैदिक गणित की 25 सदस्यीय समिति के सदस्य इस दौरान उपस्थित रहे।  कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए प्राचार्य डायट राज सिंह यादव ने वैदिक गणित के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि वैदिक गणित के माध्यम से छोटे बच्चों के मन से गणित का भय दूर किया जा सकता है और आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए छात्रों को प्रारंभिक स्तर से ही बहुत अच्छे तरीके से तैयारी कराई जा सकती है।  इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारतीय ज्ञान की समृद्ध परंपरा वैदिक काल से ही चली आ रही है।  उन्होंने नालंदा और तक्षशिला विश्वविद्यालय का उल्लेख करते हुए कहा कि हमारी संस्कृति और ज्ञान को  नष्ट करने की विदेशी शक्तियों ने बहुत कोशिश की इसलिए कुछ समय के लिए हमारे ज्ञान का स्तर वैसा नहीं रह पाया जैसा एक समय था। उन्होंने कहा कि आज हम सबको वैदिक गणित के माध्यम से यह अवसर पुनः मिला है कि हम अपने वेदों में वर्णित ज्ञान को अपने जीवन में उतार सकें। शासन स्तर से कक्षा 4-8 की गणित विषय की किताबों में वैदिक गणित को शामिल किया गया है, अतः अपनी ‌इस वैभवशाली परंपरा को आगे ले जाने का कार्य हम सबकी जिम्मेदारी है, निश्चित रूप से हम सभी अपने इस उत्तरदायित्व को मनोयोग से पूर्ण करेंगे। 
  कार्यशाला का आयोजन डायट प्रवक्ता डॉ. प्रताप सिंह के दिशा निर्देशन में किया गया। उन्होंने आज के प्रकरण से आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं तक के जुड़ाव को स्पष्ट किया और कहा कि आज हम जो चीजें सीखेंगे वह आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं में और बहुत बड़ी-बड़ी गणनाओं में काम आएगा ।
आज की कार्यशाला में वैदिक गणित की पद्धति से जोड़ने और घटाने की संक्रियाओं को बहुत ही सरल तरीके से प्रस्तुत किया गया। जोड़ने की संक्रिया का प्रस्तुतीकरण श्रीमती समीक्षा सिंह, सहायक अध्यापक उच्च प्राथमिक विद्यालय घोड़ी बछेड़ा (1-8) दादरी, ने किया तथा घटाव की पद्धति के विषय में श्रीमती निर्मला सिंह सहायक अध्यापक उच्च प्राथमिक विद्यालय पीपलका सूरतपुर (1-8) दनकौर, ने प्रस्तुतीकरण दिया।प्रस्तुतीकरण के साथ-साथ उपस्थित प्रतिभागियों द्वारा सक्रिय प्रतिभागिता की गई और अभ्यास सत्र का संचालन भी किया गया। डायट प्रवक्ता डॉ. प्रताप सिंह व दोनों प्रस्तुतकर्ताओं ने प्रतिभागी सदस्यों की जिज्ञासाओं के उत्तर भी दिए।