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आफत में हालत--- बारिश से सडकें उखड चुकी है और गहरे गड्ढों में तब्दील होती जा रही है

 

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बद से बदतर होती जा रही है, ग्रेटर नोएडा हाईटेक सिटी में आदर्श विहार सोसायटी की हालत

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ सुरेंद्र सिंह से मुलाकात करेंगे और सोसायटी की बदतर हालत से अवगत कराते हुए बुनियादी सुविधाएं दिलाने और विकास कार्य कराए जाने की मांग की जाएगीः प्रधान प्रमोद नागर बीएचएस-11 सेक्टर चाई-4 आदर्श विहार सोसायटी आरडब्ल्यूए- अध्यक्ष

मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/ग्रेटर नोएडा

ग्रेटर नोएडा हाईटेक सिटी में अफोर्डेबल हाउसेस सोसायटी की हालत बद से बदतर होती जा रही है। अफोर्डेबल हाउसेस सोसायटी के अंदर की रोड, सीवर, स्ंट्रीट लाईटें और यहां तक की रंगरोगन सब कुछ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के लिए बदनुमा दाग साबित होते जा रहे हैं। सपनों के इस शहर ग्रेटर नोएडा में रह रहे अफोर्डेबल हाउसेस सोसायटी के सिटीजन भी कह पाएंगे कि वाकई वह भी उत्तर प्रदेश की शो- विंडो माने जाने गौतमबुद्धनगर के शहरवासी हैं। इस कडी में सेक्टर चाई फाई स्थित अफोर्डेबल हाउसेस सोसायटी यानी आदर्श विहार की बात करें तो यंहा रोड, सीवर, स्ंट्रीट लाईटें और यहां तक की रंगरोगन गुजरे जमाने की बात साबित हो गए हैं। अफोर्डेबल हाउसेस सोसायटी आदर्श विहार सोसायटी बनने जा रही है कनाट पैलेट मार्केट सबसे बडे गोल चक्कर सेक्टर चाई फाई के बिल्कुल सामने स्थित है। ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने लो बजट यानी अल्प आय वर्ग के लोगों को ध्यान में रखते हुए जिनका इस बसते हुए जा रहे शहर में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जरूर योगदान है, आवासीय योजना बीएचएस-11 वर्ष 2009 में निकाली थी।

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आवासीय योजना बीएचएस-11 के तहत ग्रेटर नोएडा के सेक्टर-3 बिसरख, सेक्टर बीटा-1, सेक्टर स्वर्णनगरी और सेक्टर चाई-4 में फ्लैट के लिए निकाली थी। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने शुरूआत में कहा था कि दूसरी सभी आवासीय योजना की तरह ही इस लो बजट की आवासीय योजना-बीएचएस-11 के आवांटियों को भी सभी तरह की पूरी सुविधाएं दी जाएंगी। वर्ष-2009 मे ड्रा के माध्यम से ंफ्लैटों का आवंटन किया था। हर सेक्टर में फ्लैटों की संख्या अलग अलग थी। जब कि सेक्टर चाई-4 में फ्लैट करीब 736 के आसपास थे। वर्ष-2015 के करीब आवांटियों को पजेशन देना भी शुरू कर दिया। तब से इन सोसाटियों में अच्छी खासी तदाद में लोग रह रहे हैं। वर्ष-2009-2010 जब फ्लैट निमार्ण काम चल रहा था यानी पजेशन से पहले ही बुनियादी सुविधाओं में रोड, सीवर, स्ंट्रीट लाईटें और यहां तक की रंगरोगन सब कुछ हुआ था। तकरीबन 10-12 साल बाद अब यहां तो रोड, सीवर, स्ंट्रीट लाईटें और यहां तक की रंगरोगन हो पाया है। जब कि इन बुनियादी सुविधाओं के लिए आवंटी और यहां तक आरडब्ल्यूए सोसायटी तक ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से मांग करते चले रहे हैं। शुरू में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण बजट जैसी स्थिति का रोना रोता रहा, मगर तत्कालीन मुख्यकार्यापालक अधिकारी नरेंद्र भूषण के कार्यकाल में तो हद ही हो गई और मैंटीनेंस से हाथ झाड लिया गया। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की ओर से कह दिया गया कि फ्लैट ऑनर्स एसोसिएशन की तरह ही यहां की भी आरडब्ल्यू स्वंय मैंटीनेंस कराएं। हालांकि इससे पहले ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पूरे मूढ में दिखाई दिया था।
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सूत्रों की मानें तो बीएचएस-11, सेक्टर चाई फाई, अफोर्डेबल हाउसेस सोसायटी में बुनियादी सुविधाओं के लिए करीब 1 करोड 96 लाख रूपये बजट तय किया गया था। बीएचएस-11, सेक्टर चाई फाई, अफोर्डेबल हाउसेस आदर्श विहार सोसायटी की बात करें तो यहां पर रोड की हालत खराब है, गहरे गड्ढे बने चुके हैं। यही हाल सीवर, स्ंट्रीट लाईटें और रंगाई पुताई का है। सबसे ज्यादा दिक्कत बनी हुई नालियों की है जहां पानी उचित ढलान की वजह से बिल्डिंग के अंदर की ओर जाकर रिसता ही रहता है। खास बात यह भी रही कि सीईओ नरेंद्र भूषण के जाने के बाद जैसे ही हाल के सीईओ सुरेंद्र सिंह ने कुर्सी संभाली तो कहा गया थ, कि ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण लो बजट यानी अल्प आय वर्ग के लोगों की सुध जरूर लेगा। नए सीईओ सुरेंद्र सिंह के आने से एक बार यह शहर विकास की पटरी पर तेज गति से दौडने को आतुर दिखाई दिया।
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अधिकारिक सूत्रों का मानना था कि बेशक बीएचएस-11 आवासीय योजना में अल्प आय वर्ग के लोग निवासी है मगर शहर के विकास और निमार्ण में उनका प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से योगदान रहा है। इसलिए जरूर मैंटीनेंस कराया जाए और नागरिकों को सीवर, स्ंट्रीट लाईटें और रंगाई पुताई करा कर अहसास दिलाया कि वाकई वह हाईटेक सिटी ग्रेटर नोएडा बाशिंदे हैं। अधिकारिक सूत्रों ने दावा भी किया था कि इस बावत प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है और जिसे आगामी बोर्ड बैठक में रखा जाएगा। सब कुछ ठीक रहा और संपन्न होने वाली ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में यह प्रस्ताव मंजूरी हुआ तो फिर जरूर कायाकल्प होगी। किंतु ऐसा कुछ भी अभी तक हो नही पाया गया है और यंहा सोसायटीवासी विकास की बाट जोह रहे हैं। हाल में तीन दिनों से हो रही बारिश से यहां की सडकें उखड चुकी है और गहरे गड्ढों में तब्दील होती जा रही है। कई स्थानों पर गड्ढों में पानी भरने से लोगों का पैदल तक निकलना दूभर हो चला है। बीएचएस-11 सेक्टर चाई-4 आदर्श विहार सोसायटी आरडब्ल्यूए- अध्यक्ष प्रधान प्रमोद नागर ने बताया कि मैंटीनेंस की वजह से यहां पर सडकें टूटी हुई हैं, सीवर में जीटी चैंबर 40 प्रतिशत बिना ढक्कन के हैं जिससे ओवर फ्लो, दुर्गंध से परेशानी होती है, साथ ही बिल्डिंग के नीचे पानी रिसता रहता हैं। वहीं नालियां खुली हुई बिना ढक्कन के हैं जिनसे जहरीले मच्छर पैदा हो रहे हैं। बच्चों के खेलने के लिए कोई पार्क नही है। वहीं 1 किमी के दायरे में कोई स्कूल नही है, बच्चों को स्कूल जाने में लंबा सफर तय करना पडता है। अफोर्डेबल फ्लैट के पास कोई मदर डेयरी या इस तरह की कोई दुकान नही है जहां से लोग जरूरी सामान की खरीद्दारी कर सकें। यही कारण है कि सोसायटी में अवैध दुकानें, ठेला लगाए जाने से कूडा कचरा यानी गंदगी फैलती है। इसके साथ ही टंकियों में पानी ऐसे ही बहता रहा है वॉल कॉक टूटी हुई हैं या चोरी हो चुकी है लोग भी अपनी जिम्मेदारियों से मुंहू मोड रहे हैं।
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इन तमाम समस्याओं के लेकर एक बैठक आरडब्ल्यूए अध्यक्ष प्रधान प्रमोद नागर की अध्यक्षता में संपन्न हुई है। बैठक में तय किया गया है कि जल्द ही ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ सुरेंद्र सिंह से मुलाकात करेंगे और सोसायटी की बदतर हालत से अवगत कराते हुए बुनियादी सुविधाएं दिलाने और विकास कार्य कराए जाने की मांग की जाएगी। इस मौके पर बैठक में आरडब्ल्यूए अध्यक्ष प्रधान प्रमोद नागर, महासचिव यशपाल भाटी, उपाध्यक्ष घनश्याम सिंह, कोषाध्यक्ष भूपेन्द्र धाकरे, माडिया प्रभारी गौतम त्यागी और सदस्यों में हरिओम सरदाराजी, कपिल विधूड़ी,आकाश चौधरी, संजय सिंह ठाकुर आदि पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।