एसीपी पीपी सिंह ने दीप प्रज्जवलित कर बाराही मेले का विधिवत शुभांरभ किया
दीपा चौधरी, देवेंद्र डांगी, मनोज करना, रचना तिवारी और रीना कुमारी की रागनियों की धूम
बेटियां क्यां पराई हैं ? ओ मां, मुझे मां से मिला, मिला ये ही सिला।
मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/सूरजपुर
सूरजपुर में प्राचीन ऐतिहासिक बाराही मेला-2022 का शुक्रवार को विधिवत शुभारंभ हो गया। एसीपी पीपी सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि प्राचीनकालीन बाराही मेला-2022 का शुभारंभ किया। इस मौके पर विशिष्ठ अतिथियों में सूरजपुर कोतवाल अवधेश प्रताप सिंह और सूरजपुर पुलिस चौकी प्रभारी महेश चौधरी भी उपस्थित रहे। इस मौके पर शिव मंदिर मेला समिति के अध्यक्ष चौधरी धर्मपाल भाटी प्रधान और महासचिव ओमवीर बैंसला ने एसीपी पीपी सिंह का माल्यापर्ण कर स्वागत किया और साथ ही स्मृति चिन्ह भेंट किया। जब कि सूरजपुर कोतवाल अवधेश प्रताप सिंह का माल्यापर्ण कर स्वागत शिव मंदिर मेला समिति के मीडिया प्रभारी मूलचंद शर्मा और कोषाध्यक्ष लक्ष्मण सिंघल ने किया और साथ ही स्मृति चिन्ह भेंट किया। सूरजपुर चौकी प्रभारी महेश चौधरी का व्यवस्थापक रवि भाटी और सदस्य सतपाल शर्मा एडवोकेट ने माल्यापर्ण कर स्वागत किया और स्मृति चिन्ह भेंट किया। मुख्य अतिथि व एसीपी पीपी सिंह ने उद्घाटन समारोह का संबोधित करते हुए कहा कि कोविड-19 महामारी के थमने के बाद अब धीरे धीरे धार्मिक और सांस्कृतिक परपंराए में शुरू हो गई हैं। प्राचीनकालीन बाराही मेला सांस्कृतिक, धार्मिक और ऐतिहासिक हैं। बाराही मेल-2022 की विशेष ऐतिहासिक महत्ता है। उन्होंने कहा कि लोग इस बाराही मेल का भरपूर लुत्फ उठाएं मगर वहीं कोविड-19 को लेकर भी जरूरी सावधनियां रखें। सुरक्षा के लिहाज बाराही मेले का कई जोन और सेक्टरों में बांटा गया हैं। यहां महिला पुलिस, यातायात पुलिस और साथ ही पीएससी तथा आरएफ की टुकडियां बराबर गश्त कर रही हैं। किसी भी तरह की दिक्कत होने पर तत्काल पुलिस से संपर्क किया जा सकता है। राजस्थान और हरियाणा से आए लोक कलाकारांं ने लोक संस्कृति मंच से सामूहिक नृत्य जैसी कई तरह की प्रस्तुतियां दीं। संस्कृति मंच पर सरस्वती वंदना के बाद लार्ड गणेशा पब्लिक स्कूल के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। रात्रिकालीन रागनियों के रंगारंग कार्यक्रमों में दीपा चौधरी, देवेंद्र डांगी, मनोज करना, रचना तिवारी और रीना कुमारी की रागनियों की धूम रही। देवेंद्र डांगी, मनोज करना और दीपा चौधरी ने राजा मोरध्वज के किस्से पर आधारित रागनी प्रस्तुत करते झकझोर कर दिया। दीपा चौधरी ने- बिना पत्थर के भी टुकडे कर दें, वो घर बसे न दुनिया में जिस घर खींचातानी होवे। रागनी प्रस्तुत की। वहीं दूसरी ओर दीपा चौधरी ने- बेटियां क्यां पराई हैं ? ओ मां, मुझे मां से मिला, मिला ये ही सिला। मार्मिक रागनी प्रस्तुत लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मनोज करना न शिव मंदिर मेला समिति के महासचिव ओमवीर बैंसला द्वारा लिखी गई- हम संताप हैं ऋषि मुनियांं की, सूरजगढ बना सूरजपुर---- रागनी प्रस्तुत करते हुए सारा इतिहास बताया। रचना तिवारी और रीना कुमारी ने रागनी और साथ ही नृत्य की प्रस्तुति देते हुए जमकर धमाल मचाया।
मीडिया प्रभारी मूलचंद शर्मा ने बताया कि दिनांक 17 अप्रैल-2022 रविवार की सांय हरियाणा और राजस्थान के कलाकारों तथा विभिन्न स्कूलांं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। जब कि रात्रिकालीन रागनियों के रंगारंग कार्यक्रमों में रामिंदर नागर, विनयपाल नागर, ओमवीर विधूडी, मीनू चौधरी, करिश्मा, नेहा और सुरेंद्र भाटी आदि कलाकार खास प्रस्तुतियां देंगे। उन्होंने बताया कि 26 अप्रैल-2022 तक प्रतिदिन प्राचीनकलीन बाराही मेले में अलग अलग लोक कलाकारों की मंडलियां रागनियों की खास प्रस्तुतियां देती रहेंगी। इसके साथ ही बाराही मेला-2022 में बच्चों के मनोरंजन के लिए कठपुतली शो, नट कला,मौत का कुआ, सर्कस जादूगर शो और विभिन्न प्रकार के झूले लगाए गए हैं। बाराही मेले के अंतिम दिन 26 अप्रैल को दोपहर 2.30 बजे से 101 रूपये से लेकर 31000 रूपये तक के दंगल में दूर दूर से आकर पहलवान अपनी मल्ल कला का प्रदर्शन करेंगे। इस मौके पर बाराही मेला समिति संरक्षक श्रीचंद भाटी, मेला अध्यक्ष चौधरी धर्मपाल भाटी प्रधान, महामंत्री ओमवीर बैंसला, कोषाध्यक्ष लक्ष्मण सिंघल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष बिजेंद्र ठेकेदार, सहसचिव विनोद भाटी, उपाध्यक्ष जगदीश भाटी एडवोकेट,उपाध्यक्ष भूदेव शर्मा, मीडिया प्रभारी मूलचंद शर्मा, सह मीडिया प्रभारी लीलू भगतजी और राजवीर शर्मा, व्यवस्थापक रवि भाटी, संगठन मंत्री ज्ञानेंद्र देवधर, प्रचार मंत्री पवन जिंदल, व्यवस्थापक महाराज सिंह उर्फ पप्पू और सदस्यों में सतपाल शर्मा एडवोकेट, अनिल कपासिया आदि पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।