गरीब लोगों की मद्द किए जाने का मन में सपना पाले हुए ग्रेटर नोएडा की छात्रा ज्योति सिंह भी इस मुहिम में आगे आई
इस अभियान का समर्थन करें और क्रेडिट/डेबिट कार्ड, यूपीआई, नेट.बैंकिंग आदि के साथ दान करें। इस अभियान में 80जी कर लाभ हैं। आपको यह भी फीडबैक मिलेगा कि फंड का उपयोग कैसे किया जाता हैः ज्योति सिंह
मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/गौतमबुद्धनगर
कोरोना महामारी में कुछ लोगों की सांसे थम गई जब कि कुछ लोग भूखों मरने तक के लिए मजबूर हैं। इन गरीब, मजदूर और बेसहारा लोगों की मद्द के लिए कई स्वंयसेवी संगठन आगे आ रहे हैं। इनमें कोई राशन बांट रहा है तो कोई पका हुआ भोजन तो कोई दूध, चीनी, तेल आटा, चावल आदि बांट कर मद्द करने में लगे हुए हैं। इस चैरिटी में बच्चे भी कतई पीछे नही है। समाज के इन गरीब लोगों की मद्द किए जाने का मन में सपना पाले हुए ग्रेटर नोएडा की छात्रा ज्योति सिंह भी इस मुहिम में आगे आई है। पेशे से पत्रकार देवेंद्र सिंह की बेटी ज्योति सिंह एनसीआर और यूपी में गरीबों और दिहाड़ी मजदूरों को भोजन उपलब्ध कराने में मदद करने के लिए एक क्राउडफंडिंग अभियान चला रही है। छात्रा ज्योति सिंह ने बताया कि मेरा नाम ज्योति है और मैं 16 साल की हूं और डीपीएस ग्रेटर नोएडा में ग्रेड 11 में हूं। भारत देश कोविड-.19 महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहा है, इसने कमजोर कम आय वाले समुदायों को तबाह कर दिया है जो अभी तक पहली बार ठीक नहीं हुए हैं। उनका जीवन उल्टा हो गया है और उनका आघात कम नहीं हो रहा है। उनकी आय के स्रोत कम होते जा रहे हैं, और यहां तक कि भोजन जैसी बुनियादी चीज भी उनके लिए एक बार फिर बुरे सपने की तरह है। उन्होंने बताया कि भोजन प्रदान करने में केवल 22 रुपये खर्च होते हैं। इसलिए यदि आप प्छत् 2200 का फंड देते हैं, उदाहरण के लिए फंड 100 भोजन। यह अभियान एनजीओ अक्षय पात्र फाउंडेशन के साथ चलाया जा रहा है। मुझे अक्षय पात्र द्वारा एनसीआर और यूपी में की जा रही इस पहल के बारे में पता चला जहां वे वर्तमान में हर दिन भोजन वितरित कर रहे हैं। मेरे अभियान का उद्देश्य उनमें से अधिक से अधिक लोगों की मद्द करना है। मैं आप सभी से इस अभियान का समर्थन करने का अनुरोध करती हूं ताकि हम उन्हें खिला सकें और संभवतः कई और लोगों को खिला सकें। इस क्राउडफंडिंग अभियान से एकत्र किया गया धन उनके जीवन को बदल देगा और उन्हें आवश्यक राहत प्रदान करेगा। उन्होंने बताया कि इस अभियान के लिए फंडिंग टैक्स ब्रेक के लिए योग्य है क्योंकि अक्षय पात्र एक पंजीकृत एनजीओ है और आप आईटी अधिनियम की धारा 80 जी के तहत लाभ प्राप्त कर सकते हैं। विदेशी धन स्वीकार नहीं किया जाता है। पूछे जाने वाले प्रश्न? क्या हमें पता चलेगा कि किसे फायदा हुआ< /span>? हां। पैसा इकट्ठा होने के बाद इसे फ्यूलड्रीम द्वारा अक्षय पात्र में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। हम आपको जल्द से जल्द लाभार्थियों के विवरण पर अपडेट करेंगे। एक बार जब हमें यह जानकारी मिल जाती है तो हम इस अभियान के अद्यतन अनुभाग पर एक रिपोर्ट अपलोड करेंगे। फिर आपको एक अलर्ट मिलेगा और आप लाभार्थियों के बारे में विवरण पढ़ सकते हैं। उन्होंने अपील की है कि लिंक पर क्लिक करके इस अभियान का समर्थन करें और क्रेडिट/डेबिट कार्ड, यूपीआई, नेट.बैंकिंग आदि के साथ दान करें। इस अभियान में 80जी कर लाभ हैं। आपको यह भी फीडबैक मिलेगा कि फंड का उपयोग कैसे किया जाता है।