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आदर्श विहार रेजीडेंटस वैलफेयर सोसायटी ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के प्रस्ताव को सिरे से खारिज किया

 



ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को ही सोसायटी के अांतरिक और वाहय विकास के सारे कार्य कराने होंगेः संजीव चौधरी




विजन लाइव/ग्रेटर नोएडा

आदर्श विहार रेजीडेंटस वैलफेयर सोसायटी ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से दो टूक कह दिया है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला नही झाड सकता है। मेंटीनेंस के नाम पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पहले ही चार्ज वसूल चुका है अब फिर मैंटीनेंस से कैसे पल्ला झाडा जा रहा है। सेक्टर चाई फाई मेंं स्थित अफोर्डेवल हाउसेस बीएचएस 11 आदर्श विहार रेजीडेंटस वैलफेयर सोसायटी की ओर से ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को लिखे पत्र में साफ कर दिया गया है कि फिलहाल इस सोसायटी में करीब 250 परिवार रह रहे हैं। जिनमें 80 प्रतिशत किरएदार हैं और 20 प्रतिशत मकान मालिक हैं। ऐसी स्थिति में सोसायटी का अांतरिक और बाहय विकास कार्य संभव नही है। पत्र में कहा गया कि अवांटियों से कब्जा लेने वक्त ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने मैंटीनेंस के नाम पर मैटीनेंस जमा कराया था मगर अब तरह तरह के हथकंडे अपना कर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाडने की कोशिश की जा रही हैं। इस सोसायटी के सभी विकास कार्य ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को ही कराने पडेंगे। बताते चलें कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की संपन्न हुई हाल में बोर्ड में आर.डब्ल्यू¬ए. को मान्यता दिए जाने की बात कही गई थी। आर¬  डब्ल्यू.ए. को मान्यता देने की आड में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण सेक्टरों और सोसायटियों के मैंटीनेंसे से पल्ला झाडने की कोशिश मेंं लगा है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की चालबाजी का विरोध पहले गोल्डन फेडरेशन ऑफ आर.डब्ल्यू.एज कर चुकी है। अब ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने इसी आशय का एक पत्र सेक्टर चाई फाई मेंं स्थित अफोर्डेवल हाउसेस बीएचएस 11 आदर्श विहार रेजीडेंटस वैलफेयर सोसायटी को भी भेजा था कि यदि वह ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से विकास कार्य कराना चाहते हैं तो अंशदान जमा किए जाने के बाद विकास कार्य होंगे इससे यदि सहमत हों तो सहमति दें। अफोर्डेवल हाउसेस बीएचएस 11 आदर्श विहार रेजीडेंटस वैलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष संजीव चौधरी ने विजन लाइव को बताया कि सोसायटी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की इस बात सहमत नही है और साफ कर दिया गया है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को ही सोसायटी के अांतरिक और वाहय विकास के सारे कार्य कराने होंगे।