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संयुक्त किसान मोर्चा और जिला प्रशासन के बीच सर्किल रेट व परियोजनाओं से प्रभावित किसानों के मुद्दों पर सकारात्मक वार्ता



संयुक्त किसान मोर्चा और जिला प्रशासन के बीच सर्किल रेट व परियोजनाओं से प्रभावित किसानों के मुद्दों पर सकारात्मक वार्ता
28 मई को परियोजनावार वार्ताओं की तिथि तय करेगा प्रशासन

 Mohammad ilyas- "Dankauri"/ Greater Noida 
संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) से जुड़े 14 किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने आज जिला कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एवं एडीएम प्रशासन की उपस्थिति में जनपद के प्रमुख किसान मुद्दों को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में पिछले 11 वर्षों से कृषि भूमि की सर्किल दरों में वृद्धि न होने तथा जनपद की प्रमुख विकास परियोजनाओं से प्रभावित किसानों की लंबित मांगों को प्रमुखता से उठाया गया।

SKM की ओर से जारी बयान में कहा गया कि किसान संगठनों ने भूमि सर्किल दरों में 100% बढ़ोतरी को अनुचित बताते हुए, किसानों के हित में पुनः विचार करने की मांग की। साथ ही, 10% प्लॉट, भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 के लाभ, और विभिन्न परियोजनाओं से प्रभावित किसानों को परियोजनावार न्यायोचित मुआवजा, पुनर्वास व पुनर्स्थापन जैसे अधिकार दिए जाने की मांग भी उठाई गई।

बैठक के दौरान डीएमआईसी, UPSIDA, NTPC, शिव नाडार यूनिवर्सिटी, ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे, रेलवे की डीएफसीसी परियोजना, जेपी बिल्डर, अंसल व हाइटेक बिल्डर, अंबुजा व बिरला सीमेंट, सेतु निगम, गंगाजल पाइपलाइन, बिजली परियोजनाएं, तथा जेवर एयरपोर्ट सहित दर्जनों परियोजनाओं से प्रभावित किसानों की समस्याओं को विस्तार से प्रस्तुत किया गया।

जिलाधिकारी महोदय और एडीएम प्रशासन ने कई मांगों पर तत्काल सकारात्मक कार्रवाई का भरोसा दिलाया और शेष मुद्दों पर परियोजनावार विभागीय अधिकारियों के साथ संयुक्त वार्ताएं आयोजित कर समाधान निकालने की बात कही। आगामी 28 मई को एडीएम प्रशासन इन परियोजनाओं के अधिकारियों से वार्ता कर वार्ताओं की तिथियां तय करेंगे, ताकि प्रत्येक संगठन की मांगों पर क्रमबद्ध समाधान सुनिश्चित हो सके।

आज की बैठक में संयुक्त किसान मोर्चा के अंतर्गत भारतीय किसान यूनियन टिकैत, भाकियू महात्मा टिकैत, भाकियू भानु, भाकियू मंच, भाकियू अजगर, भाकियू संपूर्ण भारत, भाकियू कृषक शक्ति, भाकियू अखंड, भाकियू एकता, किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा, किसान एकता महासंघ, किसान बेरोजगार सभा, तथा जय जवान जय किसान मोर्चा के प्रतिनिधियों ने भाग लिया और किसानों की एकजुटता का परिचय दिया।

यह वार्ता किसानों की आवाज को शासन स्तर तक प्रभावी ढंग से पहुँचाने और समाधान-उन्मुख संवाद की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई है। SKM ने इसे किसान हितों की दिशा में प्रशासन का सकारात्मक रुख बताया।