ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को सौंपा गया ज्ञापन, गांवों को स्मार्ट विलेज बनाने की दिशा में उठाया गया कदम
राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय नवादा के नेतृत्व में लाइब्रेरी, शमशान सौंदर्यीकरण, मुख्य मार्ग निर्माण और नलकूप व्यवस्था जैसे मुद्दों पर सकारात्मक चर्चा
मौहम्मद इल्यास- "दनकौरी"/ग्रेटर नोएडा
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के वरिष्ठ प्रबंधक को आज पर्यावरण संरक्षण समिति के प्रतिनिधिमंडल ने विभिन्न गांवों की समस्याओं को लेकर एक महत्वपूर्ण ज्ञापन सौंपा। इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय नवादा के साथ समिति के सदस्यों ने ग्रामीण विकास के कई अहम मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की।
समिति के सक्रिय सदस्य नागेंद्र सिंह ने प्राधिकरण से तीन महीने का समय मांगा, जिसके भीतर प्रत्येक गांव की समस्याओं का समाधान कर उन्हें स्मार्ट विलेज के रूप में विकसित करने की योजना प्रस्तुत की गई। उन्होंने बताया कि हर गांव के बारात घर या पंचायत भवन में बच्चों के लिए लाइब्रेरी की स्थापना की जाएगी, जिससे शिक्षा के प्रति रुझान बढ़े और ग्रामीण बच्चों को बेहतर अध्ययन सामग्री सुलभ हो सके।
राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय नवादा ने कहा कि
"पर्यावरण की लड़ाई हो या शिक्षा का अधिकार, हमारी समिति ने हमेशा समाजहित में काम किया है। आज हम नए संकल्पों और सकारात्मक सोच के साथ गांवों की दिशा और दशा बदलने को प्रतिबद्ध हैं।"
ज्ञापन में जिन प्रमुख मांगों को शामिल किया गया, उनमें शामिल हैं:
- श्मशान और कब्रिस्तानों का सौंदर्यीकरण
- मुख्य सड़कों का निर्माण एवं मरम्मत
- नलकूप की व्यवस्था
- श्मशानों की चारदीवारी का निर्माण
इन बिंदुओं पर प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हुई वार्ता सकारात्मक रही और उन्होंने शीघ्र ही कार्ययोजना बनाकर क्रियान्वयन शुरू करने का आश्वासन दिया।
संजय नवादा ने इस अवसर पर कहा कि हर गांव को एक आदर्श गांव बनाना ही समिति का लक्ष्य है, और यह कार्य जनभागीदारी एवं प्रशासन के सहयोग से ही संभव है। आने वाले दिनों में समिति प्रत्येक गांव में जाकर प्रगति की समीक्षा करेगी और विकास कार्यों की नियमित निगरानी की जाएगी।
समिति की इस पहल को ग्रामीणों द्वारा भी सराहना मिली, और यह उम्मीद जताई जा रही है कि शीघ्र ही गांवों में बुनियादी सुविधाओं के स्तर पर सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलेगा।