अब्दुल वाहिद सीनियर सेकेंडरी स्कूल में दो दिवसीय शिविर का हुआ शुभारंभ
असलम परवेज़ / देवरिया
भाटपार रानी (देवरिया)।
नोनार कपरदार गांव स्थित अब्दुल वाहिद सीनियर सेकेंडरी स्कूल में शनिवार से शुरू हुए दो दिवसीय समर कैंप ने बच्चों के चेहरे पर मुस्कान और ऊर्जा का संचार कर दिया। विभिन्न खेलों, कलात्मक गतिविधियों और रचनात्मक अभिव्यक्तियों से सजे इस शिविर में बच्चों ने पढ़ाई से इतर जीवन के रंगों को महसूस किया।
समर कैंप का उद्घाटन ग्राम प्रधान रमेश कुशवाहा ने फीता काटकर किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि ऐसी गतिविधियाँ बच्चों के शारीरिक, मानसिक और रचनात्मक विकास में अहम भूमिका निभाती हैं। शिक्षा केवल किताबों तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि जीवन के हर पहलू से जुड़नी चाहिए।
छोटे बच्चों के लिए बनाए गए अस्थायी स्विमिंग पूल ने शिविर में खास आकर्षण जोड़ा। बच्चों ने गर्मी को मात देते हुए पानी में खेल-खेल में तैराकी का आनंद लिया। वहीं एलकेजी से लेकर कक्षा 10 तक के छात्र-छात्राओं ने अपनी-अपनी कक्षाओं को फूल-पत्तियों और हस्तकला से सजाया, जिससे विद्यालय परिसर रंग-बिरंगा नजारा प्रस्तुत करने लगा।
कक्षा 10 के छात्र अजीत यादव, शमशाद, अमजद, अशफाक, चंचल, कृष्णा शर्मा, सलमान आदि ने बांस और तख्तियों से स्कूल का एक भव्य स्वागत द्वार बनाकर अपनी प्रतिभा और सृजनात्मक सोच का परिचय दिया। इन छात्रों की रचना को सभी ने सराहा।
कार्यक्रम में प्रसिद्ध कवि व शायर मक़सूद भोपतपुरी ने अपनी रचनाओं के माध्यम से बच्चों को शिक्षा, खेल और आत्मविकास का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि "जब तक मन प्रसन्न नहीं होगा, तब तक मस्तिष्क भी सीमित रहेगा। खेल और मनोरंजन, अध्ययन की असली ऊर्जा हैं।"
विद्यालय के प्रबंधक रुस्तम अंसारी ने अतिथियों के प्रति आभार जताते हुए कहा कि उनका संस्थान बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है और भविष्य में भी इस प्रकार के आयोजन होते रहेंगे।
इस अवसर पर गिरिजेश विश्वकर्मा, मुर्तुजा खान, भीम सिंह, शहाबुद्दीन, हाफिज जैनुद्दीन, उदय प्रताप सिंह, राजेश कुमार, महबूब अंसारी, शौकत अली, सद्दाम हुसैन, आयशा खातून, अर्चना चौहान, सरोज शर्मा सहित बड़ी संख्या में शिक्षक, अभिभावक और स्थानीय गणमान्य लोग मौजूद रहे।
यह समर कैंप न केवल बच्चों के लिए गर्मियों की राहत बनकर आया, बल्कि उनकी कल्पनाशक्ति, नेतृत्व क्षमता और सहयोग भावना को भी निखारने का मंच बना।