विधायक ने जेवर रजवाहे से जलापूर्ति, सघन वृक्षारोपण और पक्षी संरक्षण के लिए अधिकारियों को दिए आवश्यक निर्देश
मौहम्मद इल्यास- "दनकौरी"/ गौतमबुद्धनगर
धनोरी वेटलैंड, जो शीतकाल में साइबेरिया सहित अन्य देशों से आने वाले प्रवासी पक्षियों का प्रमुख आश्रय स्थल है, इन दिनों जल संकट से जूझ रहा है। भीषण गर्मी और सूखते जलस्तर के चलते यहां आने वाले पक्षी एवं अन्य जीव-जंतु परेशान हैं। इस स्थिति की गंभीरता को देखते हुए आज जेवर क्षेत्र के विधायक धीरेंद्र सिंह ने वेटलैंड का स्थलीय निरीक्षण किया।
विधायक के साथ क्षेत्र के कई गांवों के नागरिक, प्रकृति प्रेमी और युवा भी उपस्थित रहे। दौरे के दौरान धीरेंद्र सिंह ने युवाओं से अपील की कि वे धनोरी वेटलैंड को बचाने और पक्षियों के संरक्षण में सक्रिय भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा, "पशु-पक्षियों का संरक्षण और संवर्धन हमारी सांस्कृतिक पहचान का हिस्सा है। हमें इस धरोहर को भावी पीढ़ियों के लिए सहेज कर रखना होगा।"
विधायक धीरेंद्र सिंह ने मौके पर ही यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) के अधिकारियों से दूरभाष पर संवाद कर निर्देश दिया कि जेवर रजवाहे से सिंचाई नालों के माध्यम से वेटलैंड में जलापूर्ति सुनिश्चित की जाए, जिससे वर्ष भर जलस्तर बना रहे और वेटलैंड की जैव विविधता संरक्षित रह सके।
इसके अतिरिक्त, विधायक ने जिलाधिकारी, गौतमबुद्धनगर से वार्ता कर वेटलैंड से जुड़े सभी मार्गों पर सघन वृक्षारोपण करवाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हरियाली से न केवल पर्यावरण संतुलन बहाल होगा, बल्कि यह क्षेत्र प्रवासी पक्षियों के लिए और भी अनुकूल बनेगा।
दौरे के समापन पर विधायक धीरेंद्र सिंह ने कहा, "धरती पर केवल मानव नहीं, बल्कि पशु-पक्षियों की सह-अस्तित्व वाली दुनिया ही इसे जीने योग्य बनाती है। जीवन तभी सुंदर और संतुलित रहेगा जब हम सभी जीवों के लिए समान रूप से सोचें और कार्य करें।"
धनोरी वेटलैंड को संरक्षित रखने की दिशा
धनोरी वेटलैंड को संरक्षित रखने की दिशा में विधायक धीरेंद्र सिंह द्वारा उठाए गए ये कदम पर्यावरणीय चेतना और जन-भागीदारी की मिसाल हैं। इससे न केवल जैव विविधता को बल मिलेगा, बल्कि क्षेत्र में प्रकृति पर्यटन की संभावनाएं भी और प्रबल होंगी।