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श्री द्रोणाचार्य पी.जी. कॉलेज, दनकौर में गरिमामय ढंग से संपन्न हुआ पुरातन छात्र सम्मेलन एवं विदाई समारोह


मौहम्मद इल्यास- "दनकौरी"/ गौतमबुद्धनगर 

श्री द्रोणाचार्य पी.जी. कॉलेज, दनकौर में 30 मई को दो गरिमामय आयोजनों—पुरातन छात्र सम्मेलन एवं अंतिम वर्ष छात्र-छात्राओं का विदाई समारोह 2025—का भव्य आयोजन हुआ। इन अवसरों ने जहां बीते वर्षों की स्मृतियों को जीवंत किया, वहीं नए भविष्य की ओर बढ़ते विद्यार्थियों को शुभकामनाओं और प्रेरणा से समृद्ध किया।



पुरातन छात्र सम्मेलन – 2025

कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के समक्ष माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन से हुआ। इस क्रम में कॉलेज अध्यक्ष राकेश कुमार गर्ग, सचिव रजनीकांत अग्रवाल, कोषाध्यक्ष मनीष कुमार अग्रवाल, प्राचार्य डॉ. गिरीश कुमार वत्स सहित अनेक पुरातन छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

सम्मेलन में कॉलेज के विभिन्न संकायों—कला, विज्ञान, वाणिज्य, शिक्षा, बीबीए, बीसीए—से जुड़े बीते वर्षों के विद्यार्थी बड़ी संख्या में शामिल हुए। देश-विदेश के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत इन पूर्व छात्रों ने कॉलेज में बिताए अपने बहुमूल्य पलों को साझा किया।

प्रमुख वक्ताओं में

  • डॉ. लक्ष्मण नागर (सहायक आचार्य, सूक्ष्म जीवविज्ञान विभाग, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ),
  • उमेश गर्ग,
  • मुकुल गौड़,
  • कपिल गौड़,
  • उत्साह चौधरी,
  • दीपांशु मित्तल,
  • नरेंद्र शर्मा,
  • नरेंद्र खटाना,
  • हरेन्द्र राठी,
  • अमित नागर,
  • अखिल शर्मा,
  • नगमा सलमानी,
  • रामकिशन सिंह,
  • हर्षिता,
  • नेहा रानी,
  • मिला और
  • सचिन शर्मा आदि शामिल रहे।

इन सभी ने महाविद्यालय से अपने जुड़ाव को गर्व का विषय बताते हुए विकास हेतु निरंतर सहयोग देने का आश्वासन दिया।

कॉलेज अध्यक्ष राकेश कुमार गर्ग ने कहा, "शिक्षा केवल पाठ्यक्रम नहीं, बल्कि जीवन के वे मूल्य हैं जो वर्षों बाद भी हमारे साथ रहते हैं। यह सम्मेलन उन्हीं मूल्यों और यादों को पुनर्जीवित करने का प्रयास है।"

सचिव रजनीकांत अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा, "हमारे पूर्व छात्र-छात्राएं महाविद्यालय की पहचान और गौरव हैं। यह आयोजन उनके योगदान को सम्मानित करने तथा संस्था की भावी योजनाओं में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।"

प्राचार्य डॉ. गिरीश कुमार वत्स ने कहा, "पूर्व छात्र-छात्राएं हमारी धरोहर हैं। उन्होंने अपने जीवन में जो ऊंचाइयां हासिल की हैं, वह महाविद्यालय के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। ऐसे आयोजनों से एक सशक्त नेटवर्क का निर्माण होता है, जिससे वर्तमान विद्यार्थी भी लाभान्वित होते हैं।"

हिंदी विभाग की प्राध्यापिका डॉ. शिखा रानी ने सभी पूर्व छात्रों को उनके योगदान के लिए सराहते हुए कहा, “इस संसार में हर चीज़ का बदलना तय है, बस प्रतीक्षा कीजिए और प्रयत्नशील रहिए।”

कार्यक्रम संचालन डॉ. रश्मि गुप्ता एवं डॉ. निशा शर्मा ने संयुक्त रूप से किया।



विदाई समारोह – 2025

विदाई समारोह का आरंभ भी दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना से हुआ। कॉलेज के अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं ने पूरे उत्साह से भागीदारी की। इस अवसर पर सचिव रजनीकांत अग्रवाल ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।

अपने संबोधन में उन्होंने कहा, "विदाई का यह क्षण गर्व और भावुकता दोनों से भरा होता है। ये छात्र-छात्राएं कॉलेज की पहचान और आत्मा हैं।"

प्राचार्य डॉ. गिरीश कुमार वत्स ने छात्रों को भावभीनी शुभकामनाएं देते हुए कहा, "आप सभी ने जिस तरह कॉलेज में सफलता पाई, उसी तरह जीवन में भी ऊंचाइयों तक पहुंचें। कॉलेज आपके सर्वांगीण विकास के लिए सदैव प्रतिबद्ध रहा है और रहेगा।"

अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं ने मंच पर अपने अनुभव साझा किए और शिक्षकों को धन्यवाद दिया।

कार्यक्रम का संचालन अमित नागर और उनकी टीम के विद्यार्थियों ने किया। समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।



दोनों आयोजनों में कॉलेज परिवार की पूरी सहभागिता रही।
विभागाध्यक्षों में डॉ. देवानंद सिंह, अमित नागर, डॉ. प्रीति रानी सेन, डॉ. रश्मि जहां, शशि नागर सहित सभी संकाय सदस्य, कार्यालय स्टाफ और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी उपस्थित रहे।

यह दिन महाविद्यालय के इतिहास में यादगार बन गया—जहां एक ओर पुरानी पीढ़ी ने अपने अनुभवों की सौगात दी, वहीं नई पीढ़ी को प्रेरणा और विदाई का आशीर्वाद मिला।