मुख्य बातें:--
• सिविल सेवा परीक्षा की संरचना और पैटर्न।
• प्रभावी तैयारी और समय प्रबंधन के लिए रणनीतियाँ। • पाठ्यक्रम और अनुशंसित संसाधनों के बारे में जानकारी।
• तैयारी के दौरान प्रेरणा बनाए रखने के व्यावहारिक सुझाव।
Vision Live/Greater Noida
ग्रेटर नोएडा कॉलेज( GN Group) में बी.एल. गुप्ता चेयरमैन - जीएन ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूट के दूरदर्शी नेतृत्व और डॉ. हरेंद्र नागर (निदेशक - जीएनसी) के मार्गदर्शन में "सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कैसे करें" नामक एक अत्यंत प्रभावशाली सत्र का सफलतापूर्वक आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को भारत की सबसे प्रतिष्ठित प्रतियोगी परीक्षाओं में से एक उसके सफ़र में मार्गदर्शन करना था। इस सत्र में विशेषज्ञ वक्ता, के रूप में दृष्टि आईएएस प्रशांत शर्मा (वरिष्ठ शिक्षक) ने इसकी शोभा बढ़ाई, जिन्होंने सिविल सेवा परीक्षा के बारे में गहन जानकारी प्रदान की, जिसमें इसके तीन चरण- प्रारंभिक, मुख्य और साक्षात्कार शामिल थे। उन्होंने छात्रों को प्रेरित करने के लिए रणनीतिक तैयारी के तरीके, प्रभावी समय प्रबंधन तकनीक और प्रेरक अंतर्दृष्टि साझा की। सत्र का प्राथमिक लक्ष्य छात्रों को इनसे परिचित कराना था: मुख्य बातें:--
• सिविल सेवा परीक्षा की संरचना और पैटर्न।
• प्रभावी तैयारी और समय प्रबंधन के लिए रणनीतियाँ। • पाठ्यक्रम और अनुशंसित संसाधनों के बारे में जानकारी।
• तैयारी के दौरान प्रेरणा बनाए रखने के व्यावहारिक सुझाव।
जब कि मुख्य अंश
1. सिविल सेवा परीक्षा का परिचय:
वक्ता ने परीक्षा के तीन चरणों- प्रारंभिक, मुख्य और साक्षात्कार- के बारे में विस्तार से बताया और प्रत्येक चरण के महत्व पर जोर दिया।
2. तैयारी की रणनीति:
वैकल्पिक विषयों के चयन, समसामयिक मामलों के महत्व और संसाधन सामग्री पर युक्तियां सहित चरण-दर-चरण दृष्टिकोण प्रदान किया गया।
3. समय प्रबंधन:
सत्र में संतुलित अध्ययन कार्यक्रम बनाने और उपलब्ध संसाधनों का कुशलतापूर्वक लाभ उठाने के व्यावहारिक सुझाव शामिल थे।
4. इंटरैक्टिव प्रश्नोत्तर सत्र:
छात्रों को अपनी व्यक्तिगत चुनौतियों से संबंधित प्रश्न पूछने का अवसर मिला, और वक्ता(ओं) से व्यक्तिगत सलाह प्राप्त की।
5. प्रेरक अंतर्दृष्टि:
कार्यक्रम का एक उल्लेखनीय आकर्षण प्रमाण पत्र वितरण समारोह था, जहां प्रतिभागियों और कार्यक्रम स्वयंसेवकों को उनकी सक्रिय भागीदारी के लिए प्रोत्साहन और मान्यता के प्रतीक के रूप में भागीदारी के प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
इंटरैक्टिव सत्र का समापन एक मजबूत प्रश्नोत्तर खंड के साथ हुआ, जिसमें व्यक्तिगत शंकाओं का समाधान किया गया और अनुरूप सलाह प्रदान की गई।
हरेंद्र नागर एवं सुश्री कृष्णा प्रिया (टीपीओ) एवं समन्वयित डॉ. धीरेश कुमार पाठक (एचओडी - एएसएच), आयुष शर्मा (एचओडी - सीएसई), संजीव कुमार ओझा, सुश्री स्नेहा राणा आदि स्टॉफ कर्मी उपस्थित रहे।