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श्री धार्मिक रामलीला मंचन सेक्टर पाई-1:-कुंभकरण ,मेघनाद और रावण के विशालकाय पुतले धूं-धूं कर जल उठे

Vision Live/Greater Noida 
श्री धार्मिक रामलीला कमेटी के तत्वाधान में चल रही लीला में दशहरा पर्व के मौके पर कुंभकरण ,मेघनाद और रावण के विशालकाय पुतले धूं-धूं कर जल उठे और फिर पूरा प्रांगण ही जय श्री राम के उद्घोष से गूंज उठा। रामलीला मैदान ऐच्छर पाई सेक्टर में दशहरा पर्व मंचन में मुख्य अतिथि तेजपाल सिंह नागर (विधायक दादरी विधान सभा), चन्द्र शर्मा जी(विधान परिषद सदस्य),हरीश ठाकुर क्षेत्रीय महामंत्री भाजपा में शिरकत करते हुए मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के जीवन पर प्रकाश डाला और दशहरा पर्व को बुराई पर अच्छाई की जीत बताया। श्री धार्मिक रामलीला कमेटी के द्वारा मुख्य अतिथियों, पत्रकारों और रामलीला कमेटी के संस्थापक सदस्यों और अध्यक्ष तथा पदाधिकारीगणों को भी पटका पहना और स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया। श्री धार्मिक रामलीला कमेटी के अध्यक्ष आनंद भाटी ने बताया कि दिनांक 12 अक्टूबर-2024 को  मंचन का प्रारंभ गणेश पूजन के साथ शुरू हुआ।  
श्री धार्मिक रामलीला कमेटी के द्वारा रामलीला ग्राउंड पर इतिहास की वह अमर गाथा का प्रत्यक्ष दर्शन देखने को मिला जिसको युगों से हम अपना कर अपना जीवन धन्य बनाते आ रहे हैं। मंचन में रावण का पुत्र जो इंद्र से भी विजय प्राप्त कर चुका था भैया लक्ष्मण के द्वारा मारा गया कुंभकरण एक ऐसा महा  दैत्य जो हर दिन अगर जागता तो पूरी पृथ्वी के प्राणियों को खा जाता । उसको रावण ने किसी प्रकार से निद्रा से जगा कर रणभूमि में भेजा जो प्रभु श्री राम के द्वारा मारा गया और अंत में महाबली रावण स्वयं युद्ध भूमि में आया वह युद्ध  ही भयंकर था बड़े-बड़े देवता मुनि गंधर्व आकाश में स्थिर होकर उसे युद्ध को देख रहे थे। ऐसा लगता था कि यह युद्ध कभी समाप्त ही नहीं होगा। प्रभु श्री राम रावण का सर कटाते और वह वापस आ जाता  तब विभीषण ने प्रभु श्री राम को बताया कि उसके नाभि में एक अमृत कुंड है।
भगवान श्री राम ने अग्निबाण का संधान उसके नाभी पर किया और वह आततायी रावण हमेशा हमेशा के लिए पृथ्वी पर गिर पड़ा और मृत्यु को प्राप्त हुआ। तत्पश्चात रामलीला परिसर में मेघनाद, कुंभकरण और रावण के विशालकाय पुतले दहन किए गए। उन्होंने बताया कि जिस तरीके से इस रावण का दहन हुआ है हम सबको अपने अंदर का रावण मारना है और उसे दहन करना है  एक न्याय प्रिय चरित्रवान समाज में का निर्माण हो और हमारी संस्कृति और सनातन का मां और सम्मान पूरे विश्व में विख्यात हो।
  श्री धार्मिक रामलीला कमेटी के अध्यक्ष के घर पर कलाकार निमंत्रित हुए और  सभी ने बेहतरीन पकवानों का आनंद लिया एक दूसरे से खुशियां बांटी।  एक दूसरे के साथ हुए सद्भाव और प्रेम को सराहा। कलाकारों ने कहा कि जो प्यार यहां श्री धार्मिक रामलीला कमेटी के द्वारा प्राप्त होता है ऐसा प्यार हमें भारतवर्ष में कहीं भी नहीं होता है और इसीलिए हम श्री धार्मिक रामलीला के मंचन पर आते समय अत्यंत ही गरमाणित महसूस करते हैं ।तत्पश्चात लंच के लिए जहां कलाकार ठहरे हुए हैं पूरी कमेटी और सभी कलाकार एक साथ राजस्थान के महत्वपूर्ण व्यंज दाल बाटी और चूरमा का आनंद उठाया।
इस अवसर पर संस्था के संस्थापक गोश्वामी सुशील जी महाराज, राजकुमार नागर,पंडित प्रदीप शर्मा, शेर सिंह भाटी, संरक्षक हरवीर मावी,नरेश गुप्ता,सुशील नागर, बालकिशन सफीपुर,सतीश भाटी, यशपाल भाटी,अध्यक्ष आनन्द भाटी,महासचिव ममता तिवारी,कोषाध्यक्ष अजय नागर, मिडिया प्रभारी धीरेंद्र भाटी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष महेश शर्मा बदौली, सुभाष भाटी, उमेश गौतम, पवन नागर, विजय अग्रवाल, रोशनी सिंह, चैनपाल प्रधान, मनोज गुप्ता,  प्रवीण भाटी, सत्यवीर सिंह मुखिया, सुनील बंसल जितेंद्र भाटी, फिरे प्रधान, पी पी शर्मा, रकम सिंह, योगेंद्र नागर, अतुल आनंद, जयदीप सिंह, वीरपाल मावी, दिनेश गुप्ता, विमलेश रावल, मयंक चंदेल, यशपाल नागर, गीता सागर, ज्योति सिंह आदि पदाधिकारीगण मौजूद रहे।