Vision Live/Greater Noida
ग्रेटर नोएडा शहर के नॉलेज पार्क स्थित आईआईएमटी कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट में दो दिवसीय नेशनल कॉन्फ्रेंस की बुधवार को शुरुआत हुई। जिसमें आईसीएस-सेमीकंडक्टर इंडिया 2024 विषय पर देश-विदेश के अनेक वक्ताओं ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना के साथ हुई। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. रविंद्र कुमार सिन्हा व प्राइम गेस्ट ऑफ के रूप में इंडियन इंस्टीट्यूट आफ साइंस, बेंगलुरु के रूप में प्रोफेसर मयंक श्रीवास्तव का स्वागत आईआईएमटी कॉलेज समूह के एमडी डॉ. मयंक अग्रवाल और मैनेजमेंट कॉलेज के डॉयरेक्टर डॉ. अभिन्न बख्शी भटनागर ने किया।
इस बीच प्रोफेसर डॉ. रविंद्र कुमार सिन्हा ने कहा कि टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में हर रोज नए आविष्कार हो रहे हैं इसलिए हमें नई तकनीक से लगातार अपडेट रहने की जरूरत है। आम भाषा में सेमीकंडक्टर को एक चिप्स के रूप में जाना जाता है। सेमीकंडक्टर फोन से लेकर लैपटॉप, घरेलू उपकरणों व ऑटोमोबाइल में प्रयोग हो रहा है। भारत सरकार सेमीकंडक्टर को लेकर लेकर बहुत गंभीर है और इस पर बड़े पैमाने पर काम हो रहा है।
वहीं प्रोफेसर मयंक श्रीवास्तव ने सेमीकंडक्टर के विषय में बताया कि सेमीकंडक्टर से इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण, दूरसंचार, उद्योग और ऑटोमोटिव क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा होंगे। लेकिन इससे संबंधित चुनौतियों में कुशल पेशेवरों बनाने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों की आवश्यकता होगी।
इस दौरान 15 से अधिक शोध पत्र पेश किए गए। साथ ही कॉन्फ्रेंस में रूस और जर्मनी से आए डेलिगेट्स ने भी भाग लिया। इस मौके पर डायरेक्टर गवर्नमेंट अफेयर्स अप्लाइड मटेरियल के डॉ अश्विनी अग्रवाल, एडवाइजर स्ट्रेटजी कायन्स सेमीकंडक्टर के डॉ सनी मल्होत्रा, वीपी ग्रुप सीआईओ-जेबीएम के रंगनाथन अय्यर,डॉ. अश्विनी अग्रवाल - निदेशक, सामान्य मामले, अनुप्रयुक्त सामग्री, एक्सेंचर इंडिया के एमडी मनहर एम शर्मा, एसोसिएट निदेशक अनुराग गुलाटी, संयुक्त निदेशक, सीडीएसी के प्रोफेसर डॉ. अभिषेक तिवारी, पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के सीजीएम आनंद शंकर, एवेक्सा सिस्टम के संस्थापक और सीटीओ बोहितेश मिश्रा, टीडब्ल्यूआई ग्रुप ऑफ कंपनीज के जीएमडी डॉ. उत्तम सिंघल, फिटेरोबिक के संस्थापक व सीईओ आलोक रंजन, सीमेंस ईडीए के एसोसिएट निदेशक सुमित्र गोयल, मेटविज़ मटेरियल के निदेशक रश्मि अधिकारी ने भी नेशनल कॉन्फ्रेंस के दौरान अपने विचार रखे। कॉन्फ्रेंस के दौरान कॉलेज के ग्रुप डॉयरेक्टर डॉ. के के पालीवाल सहित सभी डॉयरेक्टर, डीन, एचओडी व अनेक छात्र मौजूद रहे।