Vision Live/Greater Noida
छात्रों के हित में आपसी सहयोग की संभावनाओं पर विचार करने के लिए आज यूएसए के अमेरिकन विश्वविद्यालय (एयू) के ग्लोबल एवं इर्मसिव स्टडीज के वाइस प्रोवोस्ट डा जेफ वैंग और इंटरनेशनल पार्टनरशिप एंड स्ट्रैटेजी इनिशिएटिव की निदेशक सुश्री ताशिना गिरोड ने एमिटी विश्वविद्यालय का दौरा किया। इस अवसर पर एमिटी ग्रूप् वाइस चांसलर डा गुरिंदर सिंह ने प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया। विदित हो कि अमेरिकन विश्वविद्यालय, वाशिंगटन में एक निजी फेडरली चार्टर्ड रिसर्च यूनिवर्सिटी है।
यूएसए के अमेरिकन विश्वविद्यालय (एयू) के ग्लोबल एवं इर्मसिव स्टडीज के वाइस प्रोवोस्ट डा जेफ वैंग ने कहा कि एमिटी और अमेरिकन विश्वविद्यालय कई मामलों में एक से है और छात्रों के विकास हेतु एक प्रकार के मूल्यों को साझा करते है। आज एमिटी विश्वविद्यालय में आकर हम यहां के पाठयक्रमों, शोध कार्यक्रमों आदि से प्रभावित हुए है। डा वैंग ने कहा अमेरिकन विश्वविद्यालय की स्थापना बदलते वैश्विक जरूरतों को पूर्ण करने के लिए की गई है जिसमें मार्गदर्शक मूल्यों का एक सेट जैसे विविधता, समानता और समावेश शामिल है। उन्होनंे कहा कि हम एमिटी के साथ कई क्षेत्रों मे सहयोग करने पर विचार कर रहे है जिससे स्नातक और स्नातकोत्तर छात्रों को लाभ होगा।
अमेरिकन विश्वविद्यालय (एयू) के इंटरनेशनल पार्टनरशिप एंड स्ट्रैटेजी इनिशिएटिव की निदेशक सुश्री ताशिना गिरोड ने कहा कि अमेरिकन विश्वविद्यालय की स्थापना 1983 में हुई है हम आज भी अमेरिकी सरकार के साथ निकटतापूर्ण कार्य करते है। हमारे विश्वविद्यालय में कुल विभिन्न क्षेत्रों में 187 डिग्री प्रदान की जाती जहां आपको विभिन्न संस्कृतियों और देशों के छात्र मिलेगें। उन्होनें वाशिंगटन सेेमेंस्टर प्रोग्राम के बारे में बताते हुए कहा कि यह छात्रांें को आत्मविश्वास के साथ सशक्त बनाता है। प्रभावशाली वैश्विक नेताओं सहित निर्णय निर्माताओं से भी जोड़ता है और कौशल युक्त बनाता है। इस दौरान उन्होनें एमिटी के इमर्शन कार्यक्रम, स्टूडेंट एक्सचंेज कार्यक्रम की जानकारी प्राप्त की।
एमिटी ग्रूप् वाइस चांसलर डा गुरिंदर सिंह ने प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए कहा कि एमिटी छात्रों को वैश्विक अनावरण प्रदान करता है जिससे उन्हें वैश्विक स्तर पर हो रही प्रगति की जानकारी हो और स्वंय को प्रतियोगिता के लिए तैयार कर सकें। पिछले कुछ वर्षो में एमिटी से सबसे अधिक छात्र यूएस गये है ।एमिटी, भारत व अमेरिकी अनुसंधान लिंकेज को मजबूती भी प्रदान करता है। डा सिंह ने नई शिक्षा नीति, अमेरिकन विश्वविद्यालय और एमिटी विश्वविद्यालयों को नये अवसर प्रदान कर रही है जिसके तहत हम आर्टिक्यूलेशन पाथवे रिसर्च, स्टूडेंट एक्सचेंज, शॉर्ट टर्म मोबिलिी सहित संयुक्त पीएचडी व शोध पहल, संयुक्त सम्मेलन पर कार्य कर सकते है। उन्होनंे बायोटेक्नोलॉजी, पब्लिक पॉलिसी, इंटरनेशनल रिलेशन, हॉस्पीटल एडिमिनिस्ट्रेशन आदि के क्षेत्र में लघु अवधि व दीर्घ अवधि के संचालन पर चर्चा की।
प्रतिनिधिमंडल ने एमिटी विश्वविद्यालय के केन्द्रीय पुस्तकालय, एमिटी स्कूल ऑफ कम्यूनिकेशन स्टूडियों और एच ब्लाक का दौरा भी किया। इस अवसर पर आईएडी के डीडीजी रियर एडमिरल आलोक भटनागर, एमिटी इंस्टीटयूट ऑफ पब्लिक हेल्थ एंव हॉस्पीटल एडमिनिस्ट्रेशन के निदेशक डा अजय जैन भी उपस्थित थे।