BRAKING NEWS

6/recent/ticker-posts


 

एमिटी विश्वविद्यालय में वार्षिक तकनीकी सम्मेलन ‘‘इनफिनिटी 2023’’ का समापन

केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने छात्रों को ऑनलाइन किया संबोधित


विजन लाइव/ ग्रेटर नोएडा
एमिटी विश्वविद्यालय के एमिटी बिजनेस स्कूल द्वारा ‘‘भविष्य के व्यापारों के लिए डिजिटल परिवर्तन - उभरती प्रौद्योगिकियां जो विकास और स्थिरता का नेतृत्व करती है’’ विषय पर आयोजित 6 वें वार्षिक तकनीकी सम्मेलन ‘‘इनफिनिटी 2023’’ का आज समापन हो गया। इस समापन समारोह में जनजातीय मामलों के केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा (ऑनलाइन), दिल्ली पुलिस के डीसीपी - आईएफएसओ प्रशांत गौतम, एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला और एमिटी विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ मैनजमेंट स्टडीज के डीन डा संजीव बंसल द्वारा छात्रों को संबोधित किया गया।
समापन समारोह में जनजातीय मामलों के केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा (ऑनलाइन) ने संबोधित करते हुए कहा कि हम ग्रामीण भारत को डिजिटल भारत में परिवर्तित करने की यात्रा पर है और ऐसे समय में एमिटी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित यह सम्मेलन महत्वपूर्ण है। पिछले कई वर्षो से इस यात्रा को प्रारंभ किया गया है लेकिन अभी काफी दूर जाना है। आजादी के उपरांत ही जनजातीय क्षेत्रों मे विकास के कार्य प्रारंभ हो गया था लेकिन अब इस कार्य में गतिशीलता आई है। आज जनजातीय क्षेत्रों को डिजिटल रूप से जोड़ा जा रहा है और हमारा अधिक ध्यान स्वास्थय और शिक्षा पर केन्द्रीत है। एक बेहतर नेटर्वक प्रक्रिया को स्थापित करने के साथ लक्ष्य समुदाय तक चीजें सही तरीके से पहुंचाने की प्रक्रिया को सुनिश्चित किया जा रहा है। हमारी कार्ययोजना का उददेश्य केवल जनजातीयों क्षेत्रों के लोगों की जीवन व्यवस्था को बेहतर बनाना ही नही बल्कि उन्हें शिक्षित कर आज की चुनौतियों के लिए तैयार करना है। श्री मुंडा ने कहा कि आज एमिटी विश्वविद्यालय विश्व का प्रख्यात शिक्षण संस्थान है और इसकी उपलब्धि देश की उपलब्धि है। उन्होनें छात्रों से कहा कि जनाजातीय क्षेत्रों में जाकर वहां की संस्कृति, प्रकृति के प्रति उनका प्रेम और संरक्षण का अनुभव करें और उनके विकास के लिए कार्य करें।

दिल्ली पुलिस के डीसीपी - आईएफएसओ प्रशांत गौतम ने कहा कि उभरती प्रौद्योगिकिया आज देश व व्यापार दोनो के विकास में सहायक है। डिजिटल परिवर्तन ने जीवन को डिजिटली परिवर्तित कर दिया है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, बिग डाटा, मशीन लर्निंग आदि नई तकनीक से विकास की गती तेज हुई है। आज के प्रतियोगी युग में प्रबंधन के क्षेत्र में कार्य करने वालों को भी तकनीकी से लैस होना आवश्यक है। प्रौद्योगिकी वर्तमान और भविष्य के विकास के लिए सशक्त बल जो उत्पादकता और व्यापार के विकास के लिए आवश्यक है।
एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला ने कहा कि इस दो दिवसीय सम्मेलन में डिजिटल परिवर्तन पर विभिन्न चर्चाओं का आयोजन किया गया जिसमें छात्रों को विशेषज्ञों से मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। पिछले एक दशक में नई प्रौद्योगिकीयों ने व्यापार व उद्यम को नये आयाम दिये है इसके अतिरिक्त छात्रों के लिए भी नये अवसरों के द्वार खोले है। एमिटी सदैव छात्रों के सर्वागीण विकास के लिए इस प्रकार के सम्मेलनों का आयोजन करता है। एमिटी विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ मैनजमेंट स्टडीज के डीन डा संजीव बंसल ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि तकनीक की खोज सदैव समाज के बेहतरी के लिए होती है। बदलते व्यापारिक परिवेश में भविष्य के उद्यमियों को नई उभरती तकनीक और उनका व्यापार में महत्व की जानकारी होना आवश्यक है। सम्मेलन के द्वितीय दिन बीटी एंड बीटी मैनेजमेंट कंसलटेंसी प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन एंव एमडी वी श्रीनिवास राव ने ‘‘ चतुर्थ और पंचम औद्योगिकी क्राति के युग में डिजिटल बिजनेस संचालन, डिजाइन व निर्माण’’ पर व्याख्यान दिया। इस अवसर पर छात्रों के मध्य पोस्टर मेंकिंग प्रतियोगिता, आर्टिकल एवं रिसर्च पेपर प्रेजेटेंशन प्रतियोगिता और टेक्नोवेंजा का आयोजन किया गया और विजयी छात्रों को पुरस्कृत किया गया।