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गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में फेक न्यूज़ एंड फैक्ट चेकिंग विषय पर हुई कार्यशाला



Vision Live/Greater Noida 
 गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय (जीबीयू) ग्रेटर नोएडा के मानविकी और समाज विज्ञान संकाय की अधिष्ठाता प्रोफेसर (डॉक्टर) बंदना पाण्डेय के निर्देश पर पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग द्वारा शनिवार को फेक न्यूज़ एंड फैक्ट चेकिंग विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में विषय विशेषज्ञ के रूप में विज्ञान प्रसार के प्रधान वैज्ञानिक एवं फैक्ट वेरीफिकेशन ट्रैनर निमिष कपूर ने डिजिटल मीडिया में मौजूद डाटा का फैक्ट चेक करने एवं उसका वेरीफिकेशन करने के लिए  गूगल पिन प्वाइंट, वेबैक मशीन, इनविड, गूगल लेन्स ,इमेज मेटाडाटा व्यूवर आदि टूल्स के बारे में छात्र-छात्राओं को विस्तार से बताया।

सूचना को प्रसारित करने से पहले तथ्य जांच ले
सुचना को प्रसारित करने से पहले आपको यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि तथ्यों की पुष्टि की गई हो। उन्होंने व्यक्त किया कि डेटा आधारित पत्रकारिता के माध्यम से सही तथ्य और आंकड़े प्रस्तुत किए जा सकते हैं। अधिकांश बार गलत सूचनाओं के कारण, लोग किसी भी सत्य खबर पर भी आश्वस्त नहीं रहते हैं। यह नजरिया समाज में गलत धारणाओं की उत्पत्ति करता है। फ़ेक न्यूज़ की पुष्टि के लिए वेबसाइट्स जैसे कि गूगल लेंस, इनविड, इमेज मेटाडाटा व्यूवर , वेबैक मशीन आदि का उपयोग किया जा सकता है। इन प्लेटफ़ॉर्मों से गलत जानकारी के प्रसार को रोकने में मदद मिल सकती है। उन्होंने जोर दिया कि किसी भी सुचना को प्रसारित करने से पहले उसके तथ्यों की प्रमाणित करना आवश्यक है। कोरोना काल में बहुत सारी फेक न्यूज के कारण समाज में बहुत गलत अफवाहें फैली थी।

छात्र-छात्राओं ने किए सवाल-जवाब
कार्यशाला के अंत में छात्र-छात्राओं के प्रश्नों के उत्तर देकर निमिष कपूर जी ने उनकी जिज्ञासा को भी शांत किया गया। बच्चों ने पत्रकारिता एवं फैक्ट चेकिंग से जुड़े कई सवाल पूछे।  इस अवसर पर पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. ओम प्रकाश, शिक्षकगण व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

[ बॉयलर प्लेट]
2002 के उत्तर प्रदेश अधिनियम (9) द्वारा स्थापित गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय ने अगस्त 2008 में ग्रेटर नोएडा में अपने 511 एकड़ के हरे भरे परिसर में अपना पहला शैक्षणिक सत्र शुरू किया। विश्वविद्यालय पूरी तरह से न्यू ओखला औद्योगिक विकास प्राधिकरण (नोएडा) द्वारा वित्त पोषित है। और ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण (जीएनआईडीए), उत्तर प्रदेश सरकार के उपक्रम। विश्वविद्यालय यूजीसी अधिनियम के तहत विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा मान्यता प्राप्त है और भारतीय विश्वविद्यालयों के संघ का सदस्य है। गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय को भारत के विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा F.9-18/2009 (CRP-I) दिनांक 13 मई 2009 द्वारा UGC अधिनियम 1956 की धारा 2(f) के तहत मान्यता प्राप्त है।