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गलगोटियास विश्वविद्यालय में अनुसंधान के क्षेत्र में फ़ैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम



Vision Live/Yeida City 
गलगोटिया विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ बेसिक साइंसेस ने एक पाँच दिवसीय फ़ैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी) सह कार्यशाला का आयोजन किया। एफडीपी सह कार्यशाला का उद्देश्य शैक्षिक विशेषज्ञों औद्योगिक पेशेवरों, शिक्षक सदस्यों के लिए उनके अनुसंधान में बहुवैज्ञानिक दृष्टिकोण और अनुप्रयोगों को एक मंच प्रदान करना है।  
इस कार्यक्रम में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी-दिल्ली) के प्रोफ़ेसर डा० एस० एन० नायक मुख्य अतिथि के रूप में पहुँचे। इस समारोह का उद्घाटन गलगोटियास विश्वविद्यालय के वॉइस चॉसलर डा० के० मल्लिकार्जुन बाबू ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। उनके साथ में प्रो० वॉइस चॉसलर डा० अवधेश कुमार, चॉसलर के सलाहकार डा० रेनु लूथरा, विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डा० नितिन गौड, डा० राजेन्द्र सिंह, डा० अरविंद कुमार जैन, डा० संजीव कुमार सिंह और अन्य स्कूलों के डीन विशेष रूप से उपस्थित रहे।  
इस कार्यक्रम में लगभग 250 प्रतिभागियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करायी जिसमें भारत सहित यू० एस०, सॉऊथ कोरिया, नीदरलैंड जैसे देशों के प्रतिभागियों ने भी भाग लिया।  विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर डा० के० मल्लिकार्जुन बाबू ने कहा कि हम सभी को साथ मिलकर नये से नये क्षेत्रों में अविष्कार करके अपने राष्ट्र और अपने विश्वविद्यालय का नाम रोशन करना होगा। विश्वविद्यालय के चॉसलर सलाहकार डा० रेनु लूथरा ने विद्यार्थियों और शिक्षकों को रिसर्च के महत्व के बारे में बताया और कहा कि विद्यार्थियों के अन्दर नये से नये रिसर्च के बारे में जिज्ञासा होनी चाहिए। तभी वो नये से नये कीर्तिमानों की स्थापना कर सकेंगे। गलगोटियास विश्वविद्यालय के चॉसलर सुनील गलगोटिया ने कहा कि अनुसंधान विषय पर आधारित यह फ़ैकल्टी डेवलपमेंट कार्यक्रम एक उच्च आवश्यकता है, क्योंकि आज की दुनिया में संकाय शिक्षक, शोधकर्ता, सलाहकार, संरक्षक और आने वाली पीढ़ी के लिए एक आदर्श भूमिका निभाते हैं।
गलगोटियास विश्वविद्यालय के सीईओ डा० ध्रुव गलगोटिया ने प्रतिभागियों को प्रसिद्ध वक्ताओं से ज्ञान प्राप्त करने के लिए कहा और नयी से नयी रिसर्च करने के लिये प्रोत्साहित किया।  कार्यक्रम के सफल आयोजन में डा० दीपक गुप्ता, डा० मिलान सिंह, प्रो० ललित प्रशाद की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका रही। प्रो० दिवाकर चौहान, प्रो० प्रभाकर सिंह, प्रो० अँजलि गुप्ता, प्रो० दिव्या वाजपेयी, प्रो० विशाल सिंह, प्रो० श्याम के कुंडू, प्रो० सुभा लक्ष्मी और प्रोफ़ेसर मुकेश कुमार विशेष रूप से उपस्थित रहे।  आज के मुख्य वक्ताओं में वनस्थली विद्यापीठ जयपुर से डा० आकाँक्षा, यूपीईस देहरादून से डा० श्रवेन्द्र राणा और नौएडा से डा० वनिता गर्ग ने अपने अलग अलग विषयों पर अपनी अपनी प्रस्तुति दी।