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योगी सरकार के मंत्री के पत्र को रद्दी की टोकरी में फैंका

 


योगी सरकार के मंत्री के पत्र को रद्दी की टोकरी में फैंका- तमतमाए मंत्री  सूरजपुर के  विकास को लेकर जल्द ही दौरा करने वाले हैं, मंत्री के दौरे के समय कई अफसरों के पेंच कसे जाने तय है और कई अफसरों पर लापरवाही की गाज भी गिर सकती है

मानक चंद शर्मा के इस पत्र को राजस्व विभाग उत्तर प्रदेश के राज्य मंत्री अनुप प्रधान ने गंभीरता से लिया और दिनांक 25 दिसंबर-2022 को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यापालक अधिकारी को ताकिद किया कि सूरजपुर के इन रास्तो का निमार्ण कार्य कराया जाना अत्यंत जरूरी हैराहगीरों को इन रास्तो से निकलने पर परेशानी होती है, इसलिए इन रास्तो को पक्का बनाते हुएकृत कार्यवाही उन्हें अवगत कराया जावे



 


मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/ग्रेटर नोएडा

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के मंत्री के पत्र को रद्दी की टोकरी के हवाला कर दिया गया है। खबर रही है कि इस बात से तमतमाए मंत्री सूरजपुर के विकास को लेकर जल्द ही दौरा करने वाले हैं। मंत्री के दौरे के समय कई अफसरों के पेंच कसे जाने तय है और कई अफसरों पर लापरवाही की गाज भी गिर सकती है। गौतमबुद्धनगर जिसे उत्तर प्रदेश का शो विंडो भी कहा जाता है, जिला मुख्यालय सूरजपुर कसबे में स्थित है। जिला मुख्यालय होने नाते यहां पर पुलिस कमिश्नरेट मुख्यालय, पुलिस लाइन, जिला न्यायालय, जिला पंचायत कार्यालय भवन और जिला प्रशासन के मुख्यालय और साथ ही कई सरकारी और अर्द्वसरकारी कार्यालय स्थित है। सूरजपुर कहने को कसबा स्तरीय आबादी है मगर यहां गांव जैसी भी सुविधाएं लोगों को मयस्सर नही हैं। पहले यहां ग्राम पंचायत जरूर हुआ करती थी मगर जब से नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना अथॉरिटी ऐरिया के दर्जनों गांवों की ग्राम पंचायतों का आसित्व समाप्त हुआ है, गांवों की इकाई रही और ही कसबा स्तरीय नगर पंचायत अथवा नगर पालिका जैसी कोई संवैधानिक इकाई ही मिल पाई है। विकास की बात करें सूरजपुर कसबा एक मलिक बस्ती जैसा बन कर रह गया है। यहां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नाम पर सिर्फ एक आयुवेर्दिक चिकित्सालय जहां तैनात चिकित्सक ज्यातादार अपनी निजी प्रैक्टिस में मशगलू रहते हैं। ब्लाक मुख्यालय बिसरख है जो करीब 5-6 दूर है। शिक्षा के नाम कोई राजकीय डिग्री कॉलेज है और ही कोई कन्या इंटर कॉलेज है।



तहसील सदर है मगर करीब 15-20 किमी दूर ग्राम डाढा में तहसील सदर का मुख्यालय है। स्वास्थ्य और शिक्षा की सुविधाओं की बात को छोड भी दें तो यहां बजबाती हुई नालियां और बहता गंदा पानी और कीचड भरे रास्ते खुद अपनी कहानी बंया करते हुए दिखाई देते हैं। सूरजपुर कसबा, दादरी नोएडा रोड पर बसा हुआ है। मूल आबादी दादरी नोएडा रोड के दक्षिण क्षेत्र में हैं जहां कुछ गली रास्ते पक्के बन गए हैं। नोएडा दादरी रोड के उत्तरी क्षेत्र में सूरजपुर कसबे का ज्यादार विस्तार हुआ हैं और एक बडी आबादी इस क्षेत्र में निवास करती है। महामेधा रोड, पुराना शनि बाजार, शिव मंदिर, भोला कालौनी, सीताराम कालौनी, बाराही मंदिर रोड, सुदेश कालौनी, जमाल कालौनी और ज्ञान कालौनी ऐसे क्षेत्र जो आज भी विकास के से अछूते बने हुए हैं। यह भी सच है कि कालोनाईजर इन ज्यादातर कालौनियां को काट कर उछन छू हो चुके हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण इन ज्यादातर कालौनियों को अवैध बता कर विकास की अपनी जिम्मेदारियांं से पल्ला झाडता चला रहा है। इन कालौनियों में कई तो ऐसी भी है जिन्हें बसे हुए 15-20 साल ज्यादा हो गए हैं। तत्कालीन मेरठ मंडल के कमिश्नर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यापालक अधिकारी सुरेंद्र सिंह ने पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री के समक्ष ग्रेटर नोएडा में बसी ऐसी आबादियों का प्रस्ताव रखा था, जिन्हें नियमित किया जाना था। तब यहां के लोगों को आस जगी थी कि शायद अब विकास की किरण आएगी और नरकीय जीवन से छुटकारा मिलेगा। किंतु वह बात भी आई गई हो गई। वर्ष 2017 मेंं जब योगी आदित्यनाथ की सरकार उत्तर प्रदेश में आसीन हुई थी तो क्षेत्रीय विधायक मास्टर तेजपाल सिंह नागर औा सांसद डा0 महेश शर्मा की पहल पर करीब 4 करोड रूपये की लागत से विकास कार्य कराए थे। उस समय भी विकास की बयार से यह कलौनियां अछूती रह गई थी। सूरजपुर के विकास का यह मुद्दा फिर पूर्व केंद्रीय मंत्री गौतमबुद्धनगर के सांसद डा0 महेश शर्मा के दराबार में जा पहुंचा। पूर्व केंद्रीय मंत्री सांसद डा0 महेश शर्मा ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को दिनांक 09-11-2021 को पत्र लिखते हुए महामेधा से मस्जिद होते हुए शिव मंदिर तक रास्ते के निमार्ण के लिए संस्तुति की। पूर्व केंद्रीय सांसद डा0 महेश शर्मा का यह पत्र  ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा रद्दी की टोकरी में फैंक दिया गया। सूरजपुर निवासी मानक चंद शर्मा ने यहां के विकास को लेकर फिर उत्तर प्रदेश के राजस्व राज्य मंत्री अनुप प्रधान की ओर रूख किया और उनके दरबार में पहुंच कर गुहार लगाईं। मानक चंद शर्मा के इस पत्र को राजस्व विभाग उत्तर प्रदेश के राज्य मंत्री अनुप प्रधान ने गंभीरता से लिया और दिनांक 25 दिसंबर-2022 को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यापालक अधिकारी को ताकिद किया कि सूरजपुर के इन रास्तो का निमार्ण कार्य कराया जाना अत्यंत जरूरी है, राहगीरों को इन रास्तो से निकलने पर परेशानी होती है। इसलिए इन रास्तो को पक्का बनाते हुए, कृत कार्यवाही उन्हें अवगत कराया जावे। ग्रेटर नोएडा प्राधिकराण जहां क्षेत्र के दर्जनों के गांवों के आंतरिक और वाहय विकास कार्यो पर करोडो का बजट खर्च करता चला रहा है, योगी सरकार के मंत्री अनुप प्रधान के इस पत्र को रद्दी की टोकरी के हवाले कर दिया है।


इस बात से तमतमाए मंत्री सूरजपुर के विकास को लेकर जल्द ही दौरा करने वाले हैं। मंत्री के दौरे के समय कई अफसरों के पेंच कसे जाने तय है और कई अफसरों पर  लापरवाही की गाज भी गिर सकती है। सूत्रों की मानें तो सूरजपुर के विकास के लिए जिम्मेदार अफसरों की सूची बनाई जा चुकी है। मंत्री किसी भी दिन खुद सूरजपुर के विकास को लेकर दौर कर सकते हैं। गौतमबुद्धनगर प्रशासन और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के जिम्मेदार अफसरों के मंत्री के दौरे समय पेच कसे जाने तय और कई लापरवाह अफसरों पर सीधे मंत्री के गुस्से की गाज भी गिर सकती है। सूरजपुर के विकास को लेकर मंत्री के दौरे की खबर से गौतमबुद्धनगर प्रशासन और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अफसरों में हडकंप की स्थिति पैदा हो गई है।