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इनोवेशन की छलांग :------जी.एन.आई.ओ.टी तकनीकी संस्थान के प्रोफेसर एवं छात्रों ने राष्ट्र को समर्पित किया एक इनोवेशन

विजन लाइव/ ग्रेटर नोएडा
जी.एन.आई.ओ.टी तकनीकी संस्थान के प्रोफेसर एवं छात्रों ने राष्ट्र को समर्पित किया एक इनोवेशन
Title: "Avalanche Resistance Structure Cum Shelter for Troops and People at High Altitude Regions"

किसी भी व्यक्ति के लिए राष्ट्र हित सर्वोपरि होता है इसी भावना को साकार करते हुए जी.एन.आई.ओ.टी तकनीकी संस्थान के मैकेनिकल विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर  गिरेंद्र भाटी और मेधावी छात्र रविशंकर पांडेय, प्रमोद कुमार, सारिम रियाज और साजिद हुसैन ने संयुक्त रूप से अपने लम्बे शोध के बाद एक पेटेंट को डिजाइन और विकसित किया है। जिस तरह आए दिन, हमारे सैनिकों और पर्यटकों को लेह-लद्दाख और जम्मू-कश्मीर क्षेत्रों में हिमस्खलन (एवलांच) की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, सरकार यथा संभव सुरक्षा दे रही है। लेकिन हिमस्खलन की अनिश्चितता के कारण, इसके केंद्र और प्रभावित क्षेत्रों की भविष्य वाणी करना बहुत मुश्किल है। कई बार हादसे इतने गंभीर होते हैं जिसमें हमारे बहुत सारे सैनिक तक शहीद हो जाते है। यह हमारे राष्ट्र के लिए बहुत गंभीर चिंता का विषय है।

हमारे सैनिकों और पर्यटकों की सुरक्षा के लिए, जी.एन.आई.ओ.टी तकनीकी संस्थान, ग्रेटर नोएडा के अस्सिस्टेंट प्रोफेसर गिरेंद्र भाटी और छात्रों ने मिलकर एक पेटेंट को डिजाइन एवं विकसित किया है जो देश में तकनीकी के क्षेत्र में नया आयाम प्रदान करेगा। इसे इंडियन पेटेंट ऑफिस ने अपने जर्नल नंबर 5/2023 के पेज नंबर. 8126 पे प्रकाशित किया है। यह संरचना हिमस्खलन के प्रभाव के साथ-साथ विस्फोट और गोली के प्रभाव को भी बेअसर करने में सक्षम है। इस तरह के उपकरण को विकसित करने के लिए उन्होंने नैनो कंपोजिट्स तकनीकी का इस्तेमाल किया। जिसका पर्वतीय क्षेत्रों में आसानी से ले जाने और निर्माण करने के लिए हल्का वजन होता है लेकिन इसमें हिमस्खलन प्रभाव की स्थायी शक्ति, और यांत्रिक गुण के साथ-साथ ऑक्सीजन की आपूर्ति भी हैं।  इस आविष्कार को कड़ी मेहनत करते हुए लगभग 3 महीने पूरा कर लिया गया। इस इनोवेशन की सफलता पर रिसर्च टीम ने संस्थान के चेयरमैन डॉ. राजेश गुप्ता और वाईस-चेयरमैन  गौरव गुप्ता, निदेशक डॉ. धीरज गुप्ता के प्रोत्साहन और सहयोग के लिए हृदय से आभार प्रकट किया।