श्री द्रोण गौशाला समिति दनकौर का चुनाव अवैधानिक घोषित- कितना सच और कितना झूठ, यह भी एक जांच का विषय है,इस सच्चाई से पर्दा एक जांच प्रक्रिया के पूरी होने से उठ सकेगा
मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/ग्रेटर नोएडा
श्री द्रोण गौशाला समिति रजिस्टर्ड दनकौर के चुनाव को अवैधानिक घोषित कर दिया गया है। इससे दूसरी बार सत्ता पर काबिज हुए अध्यक्ष राकेश कुमार गर्ग और प्रबंधक रजनीकांत अग्रवाल की कार्यकारणी एक तरह से शून्य घोषित हो गई है। दूसरे गुट के द्वारा फंड के दुरूप्रयोग और फर्जी वैलेट पेपर द्वारा चुनाव संपन्न कराए जाने समेत तमाम आरोपों के मामले में यह आदेश डिप्टी रजिस्ट्रार मेरठ के द्वारा सुनाया गया है। दनकौर में श्री द्रोणाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बाबा सूखमाल डालचंद नंबरदार और रमेशचंद विद्यावती ओपीडी एंड डायग्नोस्टिक सेंटर, श्री द्रोणाचार्य रमेशचंद विद्यावती कॉन्वेंट स्कूल, श्री द्रोणाचार्य मंदिर और श्री द्रोण नाटय मंडल जैसी संस्थाएं श्री द्रोण गौशाला समिति रजिस्टर्ड दनकौर के द्वारा संचालित हैं। द्रोण गौशाला समिति का चुनाव दिनाँक. 19-09-2021 को संपन्न हुआ था। इस चुनाव में पुनः अध्यक्ष राकेश कुमार गर्ग और प्रबंधक रजनीकांत अग्रवाल के पैनल की धमाकेदार वापसी हुई थी। दूसरी गुट द्वारा चुनाव की धांधली और कई तरह के आरोपों को लेकर शिकायतें की गईं थीं।
इनमें दनकौर निवासी व श्री द्रोण गौशाला समिति के सदस्य दीपक वर्मा पुत्र खेमचंद वर्मा द्वारा डिप्टी रजिस्ट्रार मेरठ और जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर से शिकायत करते हुए कई तरह के आरोप लगाए गए थे। इन शिकायतों में फर्जी बैलेट पेपर से चुनाव कराए जाने, गायो की सही प्रकार से देखभाल नही किए जाने तथा मेरठ रजिस्ट्रार कार्यालय में पहुचकर जान से मारने की धमकी दिए जाने समेत तमाम आरोप लगाए थे। डिप्टी रजिस्ट्रार मेरठ और जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर के साथ साथ शिकायत मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर प्रेषित की गई थीं। इन तमाम आरोपों की जांच प्रक्रिया कुछवा चाल से चलती रही और उधर श्री द्रोण गौशाला समिति कार्य करते हुए अपना कार्यकाल सफलता पूर्वक पूरा करती ही रही।
सूत्रों की माने तो कछुवा चाल से चलती हुई यह जांच आखिर पुलिस तक आ पहुंची। एसएचओ के बाद दनकौर के चौकी इंचार्ज के समक्ष यह मामला आया। जांच अधिकारी व चौकी इंचार्ज ने श्री द्रोण गौशाला समिति कार्यकारणी को तलब किया। श्री द्रोण गौशाला समिति की ओर से अप्रूवल प्रस्तुत किया। इस अप्रूवल के बाद जैसी ही जांच आख्या आगे बढी, शिकायतकर्ता प़क्ष के तेवर लाल पड गए और फिर डिप्टी रजिस्ट्रार मेरठ के यहां हंगामा खडा कर दिया गया। मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर प्रस्तुत की गई शिकायत के क्रम में पुनः फिर जांच का यह मामला एसीपी बृजनंद राय के समक्ष आया। एसीपी की जांच के बाद एडीसीपी द्वारा डीसीपी मुख्यालय गौतमबुद्धनगर के लिए आख्या रिपोर्ट प्रस्तुत की गई।
एसीपी बृजनंद राय ने जांच रिपोर्ट में गेंद डिप्टी रजिस्ट्रार मेरठ के पाले में फेंकी
मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल से आई जांच एसीपी बृजनंद राय द्वारा की गई। एसीपी की जांच रिपोर्ट का मुख्य सार है कि दीपक वर्मा सदस्य है, तथा आवेदक द्वारा लगाये गये आरोप गऊशाला हेतु आने वाले फन्ड का प्रतिपक्षीगण दुरुपयोग करते है तथा दिनाँक. 19-09-2021 को फर्जी बैलेट पत्र के माध्यम से चुनाव कराया गया है। दिनाँक. 03-12-2022 मेरठ रजिस्ट्रार कार्यालय पर प्रतिपक्षीगण द्वारा गाली गलौच व वाद वापस न लेने पर जान से मारने की धमकी दी गयी आदि आरोपो के सम्बंध मे प्रतिपक्षीगण से जानकारी की गयी तो पाया गया कि दिनाँक. 19-09-2021 को हुए चुनाव के सम्बंध में उपजिलाधिकारी सदर के यहाँ वाद दायर है।
जिसके सम्बंध में निबन्धक फर्म सोसायटी तथा चिट्स मेरठ मण्डल के द्वारा दिनाँक 18-10-2022 को अप्रूवल दिया जा चुका है। गऊशाला हेतु आने वाले फन्ड की कालाबाजारी करने के सम्बंध में रजिस्ट्रार सोसायटी मेरठ में वाद विचाराधीन है। श्री द्रोण गऊशाला समिति का समय.समय पर ऑडिट आडिर टीम द्वारा किया जाता है। चूंकि आवेदक द्वारा लगाये गये आरोपों के सम्बंध में उपजिलाधिकारी सदर व रजिस्ट्रार ऑफिस मेरठ में वाद दायर/ विचाराधीन है। अतः उक्त सम्बंध में जाँच मेरठ से कराये जाने के औचित्य पर विचार करने का कष्ट करें।
श्री द्रोण गौशाला समिति रजिस्टर्ड ने अप्रूवल दिखाते हुए चुनाव को वैध बताया
श्री द्रोण गौशाला समिति दनकौर ने लगाए गए तमाम आरोपों को दरकिनार करते हुए अप्रूवल दिए जाने की बात की है। श्री द्रोण गौशाला समिति के प्रबंधक रजननीकांत अग्रवाल ने दावा किया है कि दिनांक 19-09-2021 को श्री गौशाला समिति का चुनाव पूरी तरह से पारदर्शी तरीके से स्वच्छ वातावरण में संपन्न हुआ था और सम्मानित सदस्यों के प्यार और आशीर्वाद से उनके पूरे पैनल की धामकेदार वापसी हुई थी। चूंकि दूसरा पैनल चुनाव में हार का मुंह देख चुका है,शिकायत आदि के द्वारा चुनौती दी जाती रही है।
यह तमाम आरोप बेबुनियाद और आधारहीन हैं, संबंधित अधिकारी और सक्षम न्यायालय में श्री द्रोण गौशाला समिति का पक्ष मजबूती से प्रस्तुत किया जाता रहा है। उन्होंने बताया कि चुनाव संपन्न कराए जाने के बाद रजिस्ट्रार फर्म सोसायटी तथा चिट्स मेरठ के द्वारा दिनाँक 18-10-2022 को अप्रूवल भी दिया जा चुका है। इन तमाम आरोपों के क्रम में रजिस्ट्रार फर्म सोसायटी तथा चिट्स मेरठ के द्वारा चुनाव को अवैध घोषित किए जाने के आदेश के सवाल पर प्रबंधक रजनीकांत अग्रवाल ने दावा किया कि यह आदेश क्या है और किस परिथिति विशेष के चलते हुए जारी किया गया है,चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से संपन्न हुए हैं और फिर अप्रूवल भी प्रदान किया गया है। श्री द्रोण गौशाला समिति दनकौर धारा-4 के तहत रजिर्स्ड संस्था है,इसलिए कार्यकारणी फिलहाल भी प्रभावी है।
चुनाव शून्य घोषित किए जाने का डिप्टी रजिस्ट्रार मेरठ का आदेश
डिप्टी रजिस्ट्रार, फर्म्स, सोसाइटीज एवं चिट्स, विकास विहार, मोहनपुरी, मेरठ ने शिकायकर्ता दीपक कुमार वर्मा पुत्र श्री खेमचन्द्र, निवासी.60 माहरपाडा, कस्बा दनकौर, जिला . गौतमबुद्धनगर की शिकायत पर आदेश दिया है कि कार्यालय द्वारा दिनांकः 19-9-2021 के निर्वाचन को मान्य नहीं किया गया है, बल्कि निर्वाचन सम्बन्धी विवाद का प्रकरण सोसाइटीज रजिस्ट्रेशन एक्ट 1860 की धारा.25(1) के अन्तर्गत उप जिलाधिकारी, सदर, जिला.गौतमबुद्धनगर को सन्दर्भित किया गया है, जिस पर निर्णय अभी अप्राप्त है।
डिप्टी रजिस्ट्रार मेरठ के आदेश के बाद अप्रूवल फर्जी?
डिप्टी रजिस्ट्रार, फर्म्स, सोसाइटीज एवं चिट्स, विकास विहार, मोहनपुरी, मेरठ के आदेश के बाद अप्रूवल फर्जी साबित हो गया है। डिप्टी रजिस्ट्रार, फर्म्स, सोसाइटीज एवं चिट्स, विकास विहार, मोहनपुरी, मेरठ ने आदेश दिया है कि कार्यालय द्वारा दिनांकः 19-9-2021 के निर्वाचन को मान्य नहीं किया गया है, बल्कि निर्वाचन सम्बन्धी विवाद का प्रकरण सोसाइटीज रजिस्ट्रेशन एक्ट 1860 की धारा.25(1) के अन्तर्गत उप जिलाधिकारी, सदर, जिला.गौतमबुद्धनगर को सन्दर्भित किया गया है, जिस पर निर्णय अभी अप्राप्त है।
जब कि उधर श्री द्रोण गौशाला समिति प्रबंधक रजनीकांत अग्रवाल अप्रूवल की प्रति विजन लाइव को सेंड कर दावा कर रहे हैं यह अप्रूवल रजिस्ट्रार फर्म सोसायटी तथा चिट्स मेरठ के द्वारा दिनाँक 18-10-2022 को ही दिया गया है। यहां कौन झूठ बोल रहा है और कौन सच। डिप्टी रजिस्ट्रार, फर्म्स, सोसाइटीज एवं चिट्स, विकास विहार, मोहनपुरी, मेरठ का यह आदेश क्या मायने रखता है और श्री द्रोण गौशला समिति के प्रबंधक रजनीकांत अग्रवाल कितना सच बोल रहे हैं और कितना झूठ, यह भी एक जांच का विषय है। इस सच्चाई से पर्दा एक जांच प्रक्रिया के पूरी होने से उठ सकेगा।