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विजन लाइव/ ग्रेटर नोएडा
आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में अपैरल मेडअप्स एंड होम फर्निशिंग सेक्टर स्किल काउंसिल (एएमएचएसएससी) द्वारा आज एक ऑनलाइन मुफ्त कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम 'अपने घर से करें सिलाई’ की शुरुआत की गई है। इस कार्यक्रम में परिधान उद्योग के विशेषज्ञों ने महिलाओं को ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया है। इसमें महिलाओं को चेन व बिना चेन वाले बैग बनाने, 2 - 3 स्टाइल के मास्क बनाने, पॉकेट वाले एप्रेन बनाने, दो-तीन स्टाइल के बेबी नैपिज़, कुर्ता, पाजामा, प्लाजो और फ्रॉक बनाना आदि सिखाया गया है। डॉ. रूपक वसिष्ठ, सीईओ, एएमएचएसएससी ने कहा कि एकल प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगने के बाद से बाजार में जूट और कपड़े की बैग की मांग काफी बढ़ गई है। इससे महिलाओं को घर बैठे प्रशिक्षण देकर इस मौके का लाभ उठाने लिए तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा परिधान निर्माताओं के लिए भी कई अवसर खुलेंगे। इंडियन जूट मिल एसोसिएशन (आईजेएमए( के आंकड़ों से पता चलता है कि जूट हैंडबैग व कपड़ा शॉपिंग बैग का बाजार वर्ष 2016 में 321.61 करोड़ रुपये था, जो वर्ष 2022 में बढ़कर 820.36 करोड़ रुपये हो गया है। वर्तमान स्थिति को देखते हुए एएमएचएसएससी ने यह प्रशिक्षण मॉड्यूल शुरू किया, ताकि महिलाएं अपने बुनियादी ज्ञान को बढ़ा सकें और आत्मनिर्भर बन सकें। प्रशिक्षण मॉड्यूल के सफल समापन पर इन प्रतिभागियों को इंडस्ट्री के साथ जुड़ने का अवसर भी मिलेगा। महिलाएं चाहे तो वे खुद का व्यवसाय शुरू कर सकेंगी। यह जनता के लिए 'कौशल भारत मिशन' के तहत भारत सरकार की ओर से एक और उपहार है।