उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे आज (10 मार्च) आ रहे हैं. बुंदेलखंड और रूहेलखंड के कई दिग्गजों की किस्मत का फैसला थोड़ी देर में हो जाएगा. रामपुर से सपा के दिग्गज नेता आजम खान मैदान में हैं. वो जेल से चुनाव लड़ रहे हैं और आगे चल रहे हैं. वहीं, शाहजहांपुर की राजनीति में सबसे सक्रिय और चर्चित नाम सुरेश खन्ना भी बढ़त बनाए हुए हैं. योगी सरकार में सुरेश खन्ना का कद बेहद अहम है. इधर, स्वार सीट से आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम खान का मुकाबला बसपा के अध्यापक शंकर लाल और अपना दल (सोनेलाल) के हैदर अली खान उर्फ हमजा मियां से है. अब्दुल्ला फिलहाल आगे चल रहे हैं. उन्होंने साल 2017 में भी 53 हजार से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की थी. इधर, महोबा से बीजेपी के राकेश कुमार गोस्वामी आगे चल रहे हैं. ललितपुर सदर से भाजपा के रामरतन कुशवाहा बढ़त बनाए हुए हैं. महरौनी सीट से भाजपा के मनोहरलाल पंथ आगे हैं. उरई सदर विधानसभा में पहले राउंड में बीजेपी को 3600, सपा को सपा 2400 और बीएसपी को 469 वोट मिले हैं. मुरादाबाद की 6 विधानसभा सीटों में मुरादाबाद नगर से सपा के युसूफ अंसारी आगे चल रहे हैं. 2017 में भाजपा ने मुरादाबाद नगर और कांठ विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की थी. जबकि ठाकुरद्वारा, बिलारी, मुरादाबाद ग्रामीण और कुंदरकी सीट समाजवादी पार्टी ने जीती थीं. असमोली से बीजेपी के हरेंद्र कुमार आगे हैं.बता दें कि उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड इलाके में झांसी, ललितपुर, महोबा, जालौन, हमीरपुर और बांदा जिले आते हैं. इन जिलों में कुल 19 विधानसभा सीटें आती हैं. वहीं, रुहेलखंड इलाके में संभल, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, बदायूं और शाहजहांपुर जिले की सीटें हैं. बुंदेलखंड का इलाका एक दौर में बसपा का मजबूत गढ़ माना जाता है, लेकिन 5 साल पहले बीजेपी ने सपा-बसपा-कांग्रेस का इस पूरे इलाके से सफाया कर दिया था. 2017 में बीजेपी ने बुंदेलखंड में अपनी सियासी जड़े ऐसी मजबूत की सपा और बसपा गठबंधन भी 2019 में उसे नहीं हिला सका. सूबे में बीजेपी की सत्ता की वापसी में बुंदलेखंड की भूमिका काफी अहम रही थी