25 दिसंबर से शुरू होनी थी वसूली
टोल लगाने के प्रस्ताव को दिसंबर में मंजूरी मिली थी। 25 दिसंबर से टोल वसूली शुरू होनी थी, लेकिन एन वक्त पर प्रस्ताव को टाल दिया गया। इसके पीछे कहा गया कि एक्सप्रेसवे से जुड़ा प्रोजेक्ट अभी पूरा नहीं हुआ है। एक्सप्रेसवे के दूसरे चरण में अलीगढ़ रेललाइन पर चिपियाना गांव के पास आरओबी बनाने का काम पूरा नहीं हुआ है, जिससे यातायात प्रभावित हो रहा है। जब तक एक्सप्रेसवे का पूरा यातायात सामान्य नहीं हो जाता तब तक टोल वसूली नहीं होगी।
इसके साथ ही एक्सप्रेसवे पर लगे ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर (एएनपीआर) कैमरे पर निगरानी रखने वाले कंट्रोल रूम भी पूरी तरह से तैयार नहीं हुआ था। इससे वाहनों को ट्रैक करने में दिक्कत हो रही थी कि किस वाहन ने किस प्वाइंट से प्रवेश किया है। एनएचएआई की तरफ से डासना में नया कंट्रोल रूम बनाया गया जिससे सारे कैमरों को जोड़ा गया। अब कैमरे रियल टाइम पर काम कर रहे हैं। हर वाहन को स्कैन कर एंट्री और एग्जिट टाइम का सही पता लग पा रहा है।
आरओबी का कार्य अंतिम दौर में
सराय काले खां से डासना तक चार लेन की रोड को परिवर्तित कर 14 लेन की सड़क बनाई गई है। इसके लिए चिपियाना में अलीगढ़ रेललाइन पर भी तीन नए पुल बनाए गए हैं। इनमें एक छह लेन का पुल चिपियाना गांव की तरफ बनाया गया है, जबकि दो पुल कवि नगर इंडस्ट्रियल एरिया की तरफ हैं। इनमें दो लेन का एक पुल तैयार हो चुका है जो यातायात के लिए खोला जा चुका है। साथ ही दूसरे पुल पर गॉर्डर लांचिंग का काम भी तेजी से चल रहा है। एनएचएआई ने 10 फरवरी तक अंतिम पुल तैयार करने की समय-सीमा तय की है।
पहले चरण में सिर्फ मेरठ में टोल
शुरुआत में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर मेरठ (परतापुर) टोल प्लाजा पर ही शुल्क वसूली होगी। उसके बाद सराय काले खां से डासान के बीच टोल लिया जाएगा। इसके लिए अलग से सड़क परिवहन मंत्रालय दिशा-निर्देश बना रहा है, जिसमें चलते वाहन से टोल वसूली करने और टोल न अदा करने पर कार्रवाई करने तक का अधिकार एनएचएआई को मिलेगा।
दिल्ली से मेरठ तक टोल दरें