BRAKING NEWS

6/recent/ticker-posts


 

जगत फार्म के सामने सूरजपुर-कासना रोड पर अब भीड़ भाड़ खत्म होगी


नए सिरे से डिजाइन तैयार कराने में जुटा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण
एपीजे स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग ने दिया प्रस्तुतिकरण
विजन लाइव/ ग्रेटर नोएडा
 सूरजपुर-कासना रोड पर जगत फार्म के सामने भीड़भाड़ को खत्म करने की कोशिश ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने शुरू कर दी है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण इसकी नए सिरे से डिजाइन तैयार करा रहा है, जिसके फाइनल होते ही अमल शुरू करेगा। बृहस्पतिवार को प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण के समक्ष एपीजे स्कूल ऑफ आर्किटेक्ट एंड डिजाइन ने प्रस्तुतिकरण दिया। सीईओ ने संस्थान से एक सप्ताह में विस्तृत परियोजना रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है। जगत फार्म ग्रेटर नोएडा की सबसे बड़ी मार्केट है। पूरे शहर से खरीददार यहां अपनी जरूरत के सामानों की खरीदारी के लिए आते हैं। सूरजपुर-कासना रोड के दूसरी तरफ तमाम इंस्टीट्यूट बने हुए हैं। उधर से बड़ी तादाद में छात्र भी मार्केट आते हैं,वे रोड भी पार करते हैं। तमाम ऑटो वाले सवारी के इंतजार में वहीं खड़े रहते हैं। आसपास भीड़भाड़ जैसा नजारा बना होता है। पैदल व साइकिल सवारों को भी दिक्कत होती है। वाहनों की आवाजाही भी प्रभावित होती है। सीईओ के निर्देश पर परियोजना विभाग इसका हल निकालने की कोशिश कर रहा है। जगत फार्म के सामने फुटओवर ब्रिज बनाने के लिए प्राधिकरण प्रयासरत है। इसके अलावा वहां पर और क्या-क्या सुविधाएं विकसित की जा सकती हैं, इस पर एपीजे स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग की चार सदस्यीय टीम ने सीईओ नरेंद्र भूषण के सामने प्रस्तुतिकरण दिया, जिसमें ऑटो स्टैंड बनाने,  पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथ, अलग-अलग बने साइकिल ट्रैक को जोड़ने आदि पर प्रस्तुतिकरण दिया। सीईओ ने संस्थान से एक सप्ताह में विस्तृत परियोजना रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। सीईओ ने उन सुझावों को समावेश करने को कहा, जिस पर शीघ्र अमल किया जा सके, ताकि वहां की दिक्कत को तत्काल दूर किया जा सके। इंस्टीट्यूट के सुझावों पर ग्रेटर नोएडा की ट्रैफिक सलाहकार संस्था राइट्स भी परीक्षण करेगी। प्रस्तुतिकरण के दौरान ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ अमनदीप डुली, महाप्रबंधक नियोजन मीना भार्गव, डीजीएम केआर वर्मा, वरिष्ट प्रबंधक एके सक्सेना आदि मौजूद रहे, जबकि इंस्टीट्यूट की तरफ से डॉ. बिपाशा कुमार, कनिका वर्मा, ज्योत्सना गौड़, कामिनी सिंह ने प्रस्तुतिकरण दिया।