विजन लाइव/ग्रेटर नोएडा
अंतराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आई.टी.एस इंजीनियरिग कॉलेज के शिक्षकों और स्टाफ ने डा0 कुलदीप मलिक के निर्देशन में योग के गुर सीखे। इस योग कार्यक्रम में संस्थान के निदेशक डा0 बी.सी. शर्मा एवं डीन डा0 संजय यादव समेत सभी विभागो के विभागाध्यक्ष भी उपस्थित रहें। निदेशक डा0 बी. सी. शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि योग का हमारे जीवन में शारीरिक , मानसिक एवं आत्मिक महत्व है। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र को 2014 में संबोधित करते हुए 21 जून को अंतराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में स्वीकृत करवाया। अंतराष्ट्रीय स्तर पर योग के महत्व को समझते हुए प्रथम बार 192 देशों में अंतराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को एक साथ मनाया गया। यह भारत की एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। जोगिंग से योग की शुरूवात करते हुए डा0 कुलदीप मलिक ने योग करने के विभिन्न प्रारूपों जैसे - यम , नियम, रज मुद्रा, मयूर मुद्रा, मज्रासन, अर्ध चन्द्रासन, नियम आसन, ब्रजयान, अनुलोम विलोम, कपालभाती, अगनिसार क्रिया, आदि आसनों का स्टाफ और शिक्षकों को अभ्यास कराया। डा0 मलिक ने योग के लाभ और महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि योग एक प्राचीन भारतीय जीवन-पद्धति है और जिसकी शुरूवात भारतवर्ष में लगभग 5000 ई0पूर्व हुई थी। योग के माध्यम से शरीर, मन और मस्तिष्क को पूर्ण रूप से स्वस्थ किया जा सकता है। नियमित योगाभ्यास करने से शरीर तो स्वस्थ रहता ही है साथ-ही-साथ मानसिक तनाव भी दूर होता है। योग अपनाकर कई शारीरिक और मानसिक व्याधियों से छुटकारा पाया जा सकता है। उसके पश्चात डा0 संजय यादव ने स्टाफ और शिक्षकों को नियमित योगाभ्यास करने की सलाह देते हुए कहा कि इससे मानसिक तनाव काफी कम होगा और शिक्षकगण भविष्य में और अच्छा प्रदर्शन कर सकेंगे। अंत में कार्यक्रम समन्वयक एवं सहायक प्रो0 संदीप कुमार ने योग के संदर्भ में महत्वपूर्ण जानकारी देने व उपस्थित शिक्षकगण और स्टाफ को उनके अभूतपूर्व सहभागिता के लिए धन्यवाद दिया।