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ईट निर्माता समिति की बैठक श्री तिरूपति बालाजी ईंट उद्योग- लाला वेदप्रकाश अग्रवाल का भट्टा मुंहफाड सिकंद्राबाद रोड कार्यालय पर संपन्न

 


 ईंट निर्माता समिति मजबूती से एनजीटी में भी अपना पक्ष रखेगी और वहीं सडक से सदन तक आर पार की लडाई लडी जाएगीः ओमवीर सिंह भाटी एडवोकेट 







विजन लाइव/ग्रेटर नोएडा

गौतमबुद्धनगर में ईट निर्माता की एक बैठक श्री तिरूपति बालाजी ईंट उद्योग- लाला वेदप्रकाश अग्रवाल का भट्टा मुंहफाड सिकंद्राबाद रोड कार्यालय पर संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता ईंट निर्माता समिति के गौतमबुद्धनगर जिलाध्यक्ष ओमवीर सिंह भाटी एडवोकेट ने की और संचालन जिला महामंत्री रजनीकांत अग्रवाल ने किया। इस बैठक में गौतमबुद्धनगर जिले के करीब 80 ईंट भट्टा निर्माता शामिल हुए और एक स्वर में ऐलान किया कि एनजीटी के आदेश पर पिछले 15 नवंबर 2019 से पूरे एनसीआर में ईट भट्टे बंद पडे हुए हैं। ईंट निर्माता समिति मजबूती से एनजीटी में भी अपना पक्ष रखेगी और वहीं सडक से सदन तक आर पार की लडाई लडी जाएगी। ईंट निर्माताआेंं को संबोधित करते हुए 0 प्र0 ईंट निर्माता समिति के अध्यक्ष ओमवीर सिंह भाटी एडवोकेट ने कहा कि ईंट भट्टा व्यवसाय से कई लोगों का रोजगार प्रभावित होता है। ईंट निर्माता ही नही बल्कि ईट निमार्ण कराने वाले मजदूर, ढुलाई और पकाई करने वाले लोग सीधे प्रभावित होते हैं। उन्होंने कहा कि 15 नवंबर 2019 से एनजीटी के आदेश पर ईंट भट्टों को कैयरिंग कैपसिटी के तहत बंद कर दिया गया है। कैयरिंग कैपसिटी यानी वहन क्षमता के तहत ईंट भट्टा व्यवसाय ही नही बल्कि एयरपोर्ट, कारखाने, होटल और कई अन्य उद्योग भी आते हैंं, जो सर्वाधिक प्रदूषण फैलाने के जिम्मेदार माने जाते हैं। फिर भट्टा व्यवसाय पर ही बंद किए जाने की तलवार क्यो? उन्होंने कहा कि एनजीटी के आदेश पर एनसीआर के पूरे 23 जिले के ईंट भट्टे बंद होने से केवल रोजगार प्रभावित हो रहा है बल्कि सरकार को राजस्व की भी हानि हो रही है। गौतमबुद्धनगर ईंट निर्माता समिति इस आदेश के खिलाफ एनजीटी में मजबूती से पैरवी करेगी। इसके अलावा यदि सरकार की ओर से ईंट भट्टों को चालू किए जाने के बारे में कोई दिशा निर्देश जारी नही किए जाते हैं तो जनवरी 2021 से ही करो या मरो की नीति के तहत सडक से सदन तक आर पार की लडाई लडी जाएगी। गौतमबुद्धनगर ईंट निर्माता समिति के जिला महामंत्री रजनीकांत अग्रवाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश के 8 जिले, हरियाणा के 13 जिले और राजस्थान के 2 जिले यानी एनसीआर के कुल 23 जिलों में ईंट भट्टों पर बंदी की तलवार लटकी हुई है। आगामी 6 अकटूबर-2020 को एनजीटी में सुनवाई तिथि है। जिसमें गौतमबुद्धनगर ईंट निर्माता समिति कानूनी रूप से अपना मजबूती से पक्ष रखेगी। उन्होंने कहा कि गौतमबुद्धनगर में सभी ईंट भट्टे एनजीटी और केदं्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के दिशा निर्देशों के तहत जिग जेग की प्रणाली में तब्दील हो चुके हैं, जहां प्रदूषण जैसी कोई बात नही है। साथ ही गौतमबुद्धनगर ईंट निर्माता समिति के कोषाध्यक्ष महेश सिंघल, गौतमबुद्धनगर ईंट निर्माता समिति के पूर्व जिलाध्यक्ष राजेंद्र प्रधान, सदस्यो में मनीष सिंघल और लालू भाटी आदि वक्ताओं ने ईंट भट्टे चालू कराए जाने पर बल देते हुए साफ किया कि एनजीटी में कानूनी रूप से मजबूती से पक्ष रखने के साथ साथ सरकार से मांग की जाएगी कि ईंट भट्टे चालू कराए जाने की बावत उचित दिशा निर्देश जारी करें ऐसा होने पर सडक से सदन तक आर पार की लडाई लडी जाएगी।