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आजादी के समय से ही हिंदी पत्रकारिता ने देश को जोड़ने का काम किया, हमे पत्रकारिता में हमेशा निरपेक्ष रहना चाहिए- हितेश शंकर
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कार्यक्रम में मुख्य अतिथि नेटवर्क 18 ग्रुप के प्रबंध संपादक आनदं नरसिम्ह, पांचजन्य संपादक हितेश शंकर, शारदा विवि के प्रो चांसलर वाई के गुप्ता, कुलपति डॉ सिबाराम खारा, ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब के अध्य्क्ष धर्मेंद्र चंदेल , पूर्व अध्य्क्ष आदेश भाटी और योग गुरु अखिल ठाकुर ने सम्बोधित किया
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विजन लाइव/गेटर नोएडा
हिंदी पत्रकारिता दिवस हर साल 30 मई को मनाया जाता है। दरअसल इसे मनाने की वजह यह है कि इसी दिन साल 1826 में हिंदी भाषा का पहला अखबार 'उदन्त मार्तण्ड' प्रकाशित होना शुरू हुआ था। इसी उपलक्ष्य में आज शारदा विश्वविद्यालय ने ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब के साथ मिलकर हिंदी पत्रकारिता दिवस मनाया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि नेटवर्क 18 ग्रुप के प्रबंध संपादक आनदं नरसिम्ह, पांचजन्य संपादक हितेश शंकर, शारदा विवि के प्रो चांसलर वाई के गुप्ता, कुलपति डॉ सिबाराम खारा, ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब के अध्य्क्ष धर्मेंद्र चंदेल , पूर्व अध्य्क्ष आदेश भाटी और योग गुरु अखिल ठाकुर ने मंच से सबको सम्बोधित किया। नेटवर्क 18 सीएनएन न्यूज़ चैनल के संपादक आनदं नरसिम्ह ने बताया कि इस देश की पहचान हिंदी है हमे अपनी भाषा पर गर्व होना चाहिए। इस देश मे हर जगह के लोग हैं और अनेक भाषाएं बोली जाती है किंतु हिंदी भाषा एक ऐसी भाषा है जिसने हम सबको बांधकर रखा हुआ है। उन्होंने आगे विद्यार्थियों को बताया कि जैसे आप जीवन मे एक लक्षय बनाकर उस दिशा पर चलते है वैसी आपको पत्रकारिता में अपनी एक दिशा बनानी है किसी के कहने और सुनने पर अपने विचार को नही बदलने चाहिए ,सबसे पहले आप अपने आप को देखिए आपको सच्चाई पर काम करना जरूरी है, वहीं किसी की राय पर करना आपकी मर्जी है। पांचजन्य संपादक हितेश शंकर ने बताया कि इस देश में सभी महापुरुष पत्रकार थे, आजादी के समय से ही हिंदी पत्रकारिता ने देश को जोड़ने का काम किया, हमे पत्रकारिता में हमेशा निरपेक्ष रहना चाहिए , सही और बुरे को सरल भाषा मे समाज तक लाना ही एक असली पत्रकार की पहचान है, झूठ से परे रहकर समाज को एक सच का आइना दिखाना ही पत्रकार की जिम्मेदारी है। शारदा विश्वविधालय के प्रो चांसलर वाई के गुप्ता ने बताया कि पत्रकारिता राष्ट्र निर्माण का “चौथा स्तंभ” है। आज टीवी समाचार चैनलों के 24 घंटों के प्रसारण, सोशल मीडिया (फेसबुक, ट्विटर)के होते हुए भी इसका महत्व कम नहीं हुआ है। बेशक आज पत्रकारिता के कई रूप हैं, हर भाषा में हैं। किंतु हिंदी पत्रकारिता आज भी देश मे बहुत आगे है। हिंदी पत्रकारिता इसी तरह अपनी बौद्धिकता बरक़रार रखे एवं गौरवशाली तरीके से सामाजिक विकास और परिवर्तन का वाहक बने। शारदा विवि के कुलपति सिबाराम खारा ने बताया कि सामाजिक कल्याण करने में हिंदी पत्रकारिता अहम भूमिका निभाती है , देश की जनता को सरकार और सरोकार के बारे में बताने में पत्रकारिता ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं , गांव में आज भी लोग हिंदी अखबार की मदद से कई तरह की जानकारी ले पाते है और वह उनके साक्षरता को भी बढ़ाती है। शारदा स्कूल ऑफ़ बिज़नेस स्टडीज की डीन डॉ जयंती रंजन ने ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब को सफल आयोजन के लिए धन्यवाद दिया तथा उम्मीद जाहिर किया कि इस तरह के आयोजनों से छात्रों को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। कार्यक्रम का अंत करते हुए ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब के अध्य्क्ष धर्मेंद चंदेल ने सभी अतिथिगण ,शारदा विवि के पीआर के डायरेक्टर अजीत कुमार ,शारदा स्कूल ऑफ बिज़नेस की डीन जयंती रंजन, स्कूल ऑफ लॉ के डीन प्रदीप कुलश्रेष्ठ, शारदा विश्वविधालय के उपस्थित छात्र और मौके पर मौजूद सभी पत्रकार भाइयो को धन्यवाद दिया।